
वाहन चेकिंग के दौरान बाइक सवार युवक को बेरहमी से पीटने में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि बेनीपट्टी थानाध्यक्ष का तबादला कर दिया गया। मामले में पीड़ित से मिलने के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सोमवार शाम बेनीपट्टी के कटैया गांव पहुंचे। एसपी ने इस संबंध में कार्रवाई का आदेश रविवार देर रात जारी किया गया है। मधुबनी एसपी योगेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 30 जनवरी 2025 को बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के कटैया गांव निवासी मो. फिरोज के साथ वाहन चेकिंग के दौरान मारपीट का मामला मीडिया में आने तथा फोटो-वीडियो वायरल होने पर मुख्यालय डीएसपी से जांच कराई गई।
जख्मी से पूछताछ की गई और रिपोर्ट के आधार पर बेनीपट्टी थाना के ओडी आफिसर सहायक सब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सोमवार शाम पुलिस की पिटाई से घायल फिरोज से मिलने के लिए बेनीपट्टी के कटैया गांव पहुंचे। उन्होंने करीब घंटेभर तक पीड़ित व उसके परिवार से बात की। बाद में मीडिया से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि एक निर्दोष युवक पर हमला हुआ है। पुलिस ने उसे गालियां दीं। अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन बेलगाम हो गया है। पीड़ित को रातभर बंद करके रखा। बुरी तरह से मारपीट की और 25 हजार रुपये लेकर छोड़ा। वह डीजीपी, एडीजी व एसपी से मांग करते हैं कि पीड़ित को न्याय मिले। घटना में शामिल प्रशिक्षु डीएसपी के विरुद्ध मुकदमा चलना चाहिए और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जिन पुलिसवालों के खिलाफ कारवाई हुई है, उनके विरुद्ध भी मुकदमा चलना चाहिए। मौके पर अब्दुल बारी सिद्दीकी, अली अशरफ फातमी, सांसद फैयाज अहमद, भरत मंडल, रामाशीष यादव, उमा कांत यादव, विष्णु देव यादव, कमरूल होदा तमन्ना आदि ।
इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, हवलदार रंजीत कुमार, सिपाही विक्रम कुमार, चौकीदार सुरेश पासवान व सुरदीप मंडल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। एसपी ने कहा कि सभी को पुलिस केन्द्र मधुबनी में योगदान करने का निर्देश गया है। उन्होंने बताया कि बेनीपट्टी थानाध्यक्ष प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक गौरव गुप्ता को स्थानांतरित कर पुलिस कार्यालय मधुबनी में योगदान देने को कहा गया है।