गांधी मैदान थाने के सरिस्ता में बुधवार की शाम छह बजे अचानक गोली चल गई। इस दौरान पूरे थाना परिसर में हड़कंप मच गया। फायरिंग के दौरान थाने में बैठे कई लोग बाल-बाल बच गये। काफी देर तक थाना स्तर से ही इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की। गई। पुलिस अधिकारी फायरिंग की बात से इंकार करते रहे। लेकिन देर रात गांधी मैदान थानेदार ने गोली चलने की बात पर मुहर लगी। हालांकि उनका कहना था कि पिस्टल में गोली फंस गई थी जिसे साफ करने के दौरान गलती से फायरिंग हुई।
फायरिंग को लेकर एक और बात सामने आ रही थी। दरअसल, ओएलएक्स पर सामान खरीद-बिक्री के मामले में पुलिस एक संदिग्ध को लेकर थाने पहुंची थी। इसी बीच आरोपित को डराने के लिये एक दारोगा ने पिस्टल निकाल ली। जबकि उसी जगह मौजूद एएसआई ने पिस्टल को अपने हाथ में ले लिया और आरोपित को डराने लगा।
इसी बीच गलती से गोली चल गई। हालांकि इस दौरान सामने खड़ा आरोपित बाल-बाल बच गया। सिटी एसपी सेंट्रल चंद्र प्रकाश ने बताया कि आरोपित को डराने की बात बेबुनियाद है। बकौल सिटी एसपी गोली पिस्टल साफ करने के दौरान चली थी।