
बेगूसराय से 80 सवारियों का लेकर दिल्ली जा रही निजी स्लीपर बस गुरुवार तड़के लखनऊ में रायबरेली संडवल्ली पश्चिम के पास गियरबॉक्स में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। इससे मासूम भाई-बहन समेत पांच लोग निदा चल गए। चालक और खलासी जलती बस डोड़कर भाग गाए। पुलिस और दमकलकर्मियों ने आग पर काबू किया और शीशे तोड़ शय निकाले। मामूली स्पस सुलसे पांच और बस से कूदने में चोटिल सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे में सीतामढ़ी के सग भाई-बहन और समस्तीपुर की मां-बेटी को मौत हो गई। बेगूसराय के मधुसूदन कुमार (19) की भी जान चली गई है। एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा ने बताया कि जख्मी यात्री रामबालक की तहरीर पर बस मालिक, चालक और हेल्पर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। बिहार पुलिस की भी दो टीमें इस अभियान में जुटी है। झुलसे और चोटिल को पीजीआई लखनऊ और मोहनलालगंज सीएचसी में इलाज कराया गया। एसडीएम सरोजनीनगर सचिन वमां ने बताया कि मृतकों के आश्रितों को यूपी सरकार चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी। इधर, बिहार सरकार ने भी मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख की मदद देने का एलान किया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हादसे में बिहार के पांच लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह घटना अत्यत दुखद है और वे इस घटना से मर्माहत है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के निकटतम आश्रितों को दो-दो लाख रूपय मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की घोषणा की है।