July 20, 2025

सिविल कोर्ट में मंगलवार को पेशी के लिए लाया गया कैदी शौचालय जाने के बहाने हथकड़ी समेत फरार हो गया। रोचक यह कि लगभग बीस मिनट तक उसकी हथकड़ी से, जुड़ी रस्सी हाथ में थामे हवलदार शौचालय के बाहर खड़े रहे। आशंका है कि इतने समय में कैदी ने ब्लेड से रस्सी काट दी और पहले से अपने किसी साथी के माध्यम से तोड़ा गया खिड़की का ग्रिल हटाकर भाग निकला। बलोर पर शौयालय होने कसे कैदी को मात्र छह या सात फीट ऊंचाई से कूद पड़ा होगा, लोक पोछे संग्थ किनारा है, इस कारण किसी की नजर में नहीं आया। उसकी पहचान पालीगंज निवासी मुख्तार सिंह के बेटे विकास कुमार के रूप में हां है। यह सुटकांड का आरोपित था।

वारदात के बाद हवलदार लग राम ने पीरबहोर आने को सूचना दी। उसे बुद्धा कालोनी थाने ने गिरफ्तार कर अनुमंडल कारा से कैदी को पेशी को लाया गया था सिविल कोर्ट न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था। पोरबहोर थानेदार मो. अब्दुल हलीम ने कैदी के भागने की जानकारी तत्काल बुद्धा कालोनी और पालीगंज थाने को दी। दोनों थानों की पुलिस ने उसके घर व संभावित ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद हवलदार की लिखित शिकायत पर पीरबहोर थाने में कैदी के विरुद्ध प्राथमिकी की गई। पीरबहोर थानेदार ने बताया कि आरोपित की तलाश में छापेमारी की जा रही है। पेशकार की मदद से हवलदार ने तोड़ा शौचालय का दरवाजा हवलदार के अनुसार कैदी को फुलवारीशरीफ अनुमंडल कारा से सिविल कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। उसे एसडीजेएम-द्वितीय की अदालत में पेश कराना था।

कैदी वैन से उतरने के बाद हवलदार ने उसे हथकड़ी पहनाई और रस्सी का एक सिरा अपने हाथ में रखा। एसडीजेएम भवन (अदालत घाट की तरफ से सिविल कोर्ट में प्रवेश द्वार-तीन से सटा) के ग्राउंड फ्लोर पर कैदी ने हवलदार से कहा कि उसे शौचालय जाना है। उसी तल पर बने शौचालय में हवलदार उसे लेकर गए। वह बाहर से रस्सी पकडे रहे और कैदी ने ‘शौचालय के अंदर जाकर दरवाजा बंद कर दिया। शातिर अपराधी है फरार हुआ कैदी, कई केस हैं दर्ज विकास को बुद्धा कालोनी थाने की पुलिस ने एक लूटकांड में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसके पास से हथियार भी बरामद हुआ था। उस पर लूट, चोरी के कई मामले दर्ज है। पुलिस को आशंका है कि उसने भागने की साजिश लंबे समय से रची होगी। उसके साथी ने खिड़की की ग्रिल पहले से तोड़कर रख दी होगी। कैदी ने अंदर जाते ही ग्रिल हटाया होगा और कूदकर भाग निकला। कोर्ट में लेकर जाते समय उसके किसी साथी ने ब्लेड भी दिया होगा, जिससे उसने हथकड़ी में बंधी मोटी रस्सी काट दी। कोर्ट हाजत से एसडीजेएम् भवन तक जाने के दौरान उससे मिलने वाले लोगों की पहचान की जारही है।

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