
साइबर अपराधियों ने हनुमान नगर की एमआइजी कालोनी में रहने वाले डा. राधे मोहन प्रसाद (79) और उनकी पत्नी डा. छवि प्रसाद को 12 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखकर इतना प्रताड़ित किया कि वह 1.95 करोड़ रुपये उनके बताए खातों में ट्रांसफर करने को विवश हो गए। द्रपति ने छह बार आरटीजीएस के जरिए यह रकम ट्रांसफर की। इस दौरान अपराधी सीबीआइ, अधिवक्ता और जज बनकर दंपती को कार्रवाई की छा प्रक्रिया दिखाकर डराते-धमकाते रहे। किसी को खबर करने पर नुकसान पहुंचाने और गिरफ्तारी की धमकी भी दी। बुधवार को पीड़ित डाक्टर ने साइबर थाने में लिखित शिकायत दी, जिसके आधार पर गुरुवार को प्राथमिको हुई। डीएसपी राघवेंद्र मणि त्रिपाली ने बताया कि गत 23 मई से ही वृद्ध दंपती के साथ साइबर ठगी की जा रही थी। मामले की जांच की जा रही है।
मुंबई में केस दर्ज होने की दी थी एमकी सबसे पहले 21 भाई को काल आई थी। तब वृद्ध डाक्टर दंपती घर में बैठे थे। काल करने वाले ने स्वयं को सीबीआइ का अधिकारी बताया और कहा कि आपके विरुद्ध मुंबई के कोलाबा थाने में मनी लाडिंग का मामला दर्ज हुआ है। राधे मोहन प्रसाद और छवि प्रसाद के नाम से सिम जारी हुआ था, जिससे कई लोगों से धोखाधड़ी हुई है। उन्हें इन मामलों में मोस्टवांटेड बताया गया। ठग ने उन्हें मुंबई आने को कहा। इस पर डाक्टर ने कहा कि वे अभी नहीं आ सकते हैं, जिसके बाद काल डिस्कनेक्ट कर दिया गया। वायस काल डिस्कनेक्ट होते ही आई वीडियो कालः वायस काल डिस्कनेक्ट होते ही ठगों ने वीडियो काल कर दिया। सामने बैठा व्यक्ति खाकी वर्दी में था।
पीछे पुलिस थाने जैसा सेटअप था। उन्हें कई तरीके से धमकाया गया। 15-15 घंटे तक प्रतिदिन दंपती वीडियो काल करने वाले ठगों के सामने गिड़गिड़ाते रहे। फिर, मामला मैनेज करने का प्रस्ताव दिया गया। जब दंपती तैयार हुए तो उनकी बात अधिवक्ता की वेश में बैठे व्यक्ति से कराई गई। उसके कहने पर वे बैंक गए। तब उन्हें डराया गया कि आपके पीछे हमारा आदमी है। जरा सी हरकत आपको नुकसान पहुंचा सकती है। इससे वे सहम गए और जैसा ठगों ने कहा था, वैसा ही उन्होंने किया। जिंदा रहने के लिए किया भोजनः डाक्टर दंपती की मानें तो उन्हें इस कदर मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया कि उनकी भूख-प्यास समाप्त हो चुकी थी। पति वीडियो काल पर रहते, तभी पत्नी को खाना बनाने की इजाजत दी जाती थी। रात में मोबाइल आन रखकर सोना पड़ता था। साइबर अपराधियों ने उनसे कहा था कि यदि वे बिना अनुमति के घर से बाहर गए लो उनका आदमी खबर कर देगा, फिम स्थानीय थाने की मदद से उन् गिरफ्तार कर लिया जाएगा।