
पर्यटन नगरी राजगीर के श्वेतांबर धर्मशाला के कार्यालय से तीसरी बार नौलखा मंदिर की दानपेटियां अपराधियों ने लूट ली। रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात करीब पौने एक बजे घटना को अंजाम दिया गया। लूट का विरोध करने पर अपराधियों ने परिसर के मुख्य गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी को धारदार हथियार से जख्मी भी कर दिया। हालांकि पुलिस ने जल्द ही रुपयों को बरामद कर लिया लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
जख्मी सुरक्षाकर्मी ने बताया कि तीनों दान पेटियां भरी हुई थीं। इस वजह सेउन्हें परिसर में ही बने मंदिर से हटाकर कार्यालय में रखा गयाथा। इन पेटियों में नगद समेत करीब दो करोड़ रुपये के जेवर हो सकते हैं। गौर हो कि इसके पहले नववंबर 2024 में पुजारी के कमरे और 2008 में दानपेटी तोड़कर लाखों की चोरी हुई थी। लुटेरों ने मंदिर में तैनात एक अन्य कर्मी को पिस्टल दिखाकर कमरे में बंद कर दिया। मंदिर प्रबंधक के कमरे को भी बाहर से बंद कर दिया। गार्ड व बंधक बनाये गये कर्मी ने बताया कि चार बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया है। वारदात में एक अन्य गार्ड के सम्मिलित होने की भी आशंका जतायी जा रही है। जख्मी सुरक्षाकर्मी बड़ी मिल्की गांव निवासी सुदल राम को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मंदिर प्रबंधन सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में तीन बदमाशों की तस्वीरें कैद होने का दावा कर रहा है। दिसंबर में भर गई थी दान पेटियां प्रबंधक ज्ञानेन्द्र पांडेय व खजांची संजीव कुमार जैन उर्फ बाबूल भाई ने बताया कि मंदिर में रखी दानपेटियां दिसंबर में भर गयी थीं। इस वजह से उन्हें हटाकर कार्यालय में रखा गया था। दानपेटी की चाबी ट्रस्टी के पास होती है। वे लोग दूसरे राज्यों में रहते हैं। कम से कम दो ट्रस्टी के मौजूद रहने पर ही ताला खोला जाता है। राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि घटना के 6 घंटे बाद ही लूटकांड का खुलासा कर दिया गया है। प्राथमिकी दर्ज कर घटना में इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार और लूटे गये रुपये बरामद कर लिये हैं। रुपये की गिनती जारी है।