
पटना, कांवर यात्रा के लिए सूबे के तीन एनएच (नेशनल हाईवे) पर आवाजाही बाधित रहती है। लगभग तीन दिनों तक इन सड़कों से यातायात परिवर्तित होने से दूसरे मार्गों पर वाहनों का दबाव बढ़ जा रहा है और जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है।
एनएच 22 का एक लेन महुआ से मुजफ्फरपुर तक तीन दिन बंद रहता है। एनएच 922 का एक लेन बक्सर गोलंबर से ब्रह्मपुर तक 33 किलोमीटर हर हफ्ते रविवार शाम से सोमवार सुबह तक बंद किया जाता है। इसी तरह बेगूसराय में एनएच 31 पर सिमरिया से जीरो माइल तक करीब पांच किलोमीटर तक सोमवार को वन-वे कर दिया है।
जाता महुआ मोड़ से मुजफ्फरपुर तक एनएच 22 का बांया लेन पर तीन दिन सिर्फ कांवरिये जाते हैं। हालांकि एंबुलेंस और वीआईपी वाहनों पर प्रतिबंध नहीं रहता है। इस सड़क पर चलने वाले हर दिन लगभग 60000 वाहनों की आवाजाही रोक दी जाती है। वाहनों को वैशाली और महुआ रोड होकर डायवर्ट किया जाता है। करीब दो लाख की आबादी इस मार्ग के बंद होने से प्रभावित होती है। इसी तरह मुजफ्फरपुर शहर में रामदयालु नगर से छोटी कल्याणी तक कांवरिया पथ होने के कारण मार्ग को
बंद कर दिया जाता है। इससे शहर दो
मुजफ्फरपुर, बक्सर, वैशाली व बेगूसराय में यात्रियों की बढ़ी परेशानी
भागलपुर में वाहनों का मार्ग बदला गया
भागलपुर में श्रावणी मेला को लेकर वाहनों का मार्ग बदला गया है। एसडीओ धनंजय कुमार ने बताया कि सुल्तानगंज से भागलपुर आने वाली बड़ी गाड़ियां अकबरनगर से टर्न लेकर भागलपुर लाई जा रही है। सिमरिया धाम के राजेन्द्र पुल स्टेशन के समीप नेशनल हाइवे 31 फोरलेन के एक तरफ का दो लेन सड़क मार्ग हर रविवार को कांवरियों के लिए सुरक्षित रहता है। इस दौरान दूसरे लेन से ही वाहन आते-जाते हैं। बक्सर के ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर धाम जाने वाले मुख्य सड़क को रविवार शाम से सोमवार सुबह तक बंद कर दिया जाता है। इस मार्ग पर केवल पैदल ही चल सकते हैं। भागों में बंट जाता है।