
स्थानीय अंचल कार्यालय में कार्यरत डेटा इंट्री आपरेटर को 12 हजार रुपये घूस लेते हुए निगरानी टीम ने रंगेहाथ धर दबोचा। यह देख सीओ करिश्मा कुमारी, प्रखंड नाजिर, प्रधान सहायक समेत अन्य कर्मी अपनी-अपनी सीट छोड़कर भागने लगे। हालांकि बाद में निगरानी विभाग के अधिकारियों के बुलावे पर धीरे-धीरे सभी कर्मी कार्यालय में जमा हुए। बड़ी बात यह कि आपरेटर उस पंचायत प्रतिनिधि से जमीन के दाखिल खारिज के बदले घूस ले रहा था, जिसे लोगों ने अपने मामलों में न्याय के लिए वोट देकर सरपंच चुना था। निगरानी विभाग की टीम चार गाड़ी से आई थी। बिदुपुर अंचल कार्यालय की चारों दिशा में गाड़ी खड़ी करके रेकी की। लगभग ढाई बजे सुनियोजित योजना के तहत जैसे ही सरपंच ने डेटा इंट्री आपरेटर आदित्य कुमार के हाथों में रिश्वत के 12 हजार रुपये थमाए, निगरानी टीम ने उसे दबोच लिया।