
हरलाखी भारत-नेपाल सीमा पर बुधवार को हिरासत में लिए गए दोनों चीनी नागरिक को हरलाखी पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। दोनों की गिरफ्तारी एसएसबी जवानों ने बॉर्डर पर की थी। दोनों नो मेंस लेंड पर स्थित पुलिया पर चढ़कर फोटोग्राफी कर रहा थे। पकड़े गए चीनी नागरिक 38 वर्षीय वू हैलॉन्ग एवं शेंग जूनयोंग बताए जा रहे हैं। बॉर्डर पर तैनात एसएसबी जवानों ने शक के आधार पर हिरासत में लिया था।
दोनों ने पूछताछ में बताया कि वह जनकपुर से आए हैं। उनके दस्तावेज व पासपोर्ट जनकपुर के होटल मिथिला चिरायु में – हैं। पुलिस ने नेपाल पुलिस के सहयोग से होटल में रखे सभी सामान जब्त कर लिए हैं। पुलिस ने बताया कि भारत में आने का कोई भी वैध दस्तावेज नहीं होने के बावजूद नो मैंस लैंड पर खड़े होकर वो भारतीय चेकपोस्ट की फोटो ले रहे थे। इसलिए संदेह के आधार पर तलाशी ली गई जहां कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं। पूछताछ के दौरान यह पता चला कि वू हैलॉन्ग काठमांडू पहुंचा था। 14 मार्च 2025 को पर्यटक वीजा पर कामांड और
पोखरा का दौरा किया और फिर 26 मई 2025 को जनकपुर में होटल मिथिला चिरायु में ठहरा। शेंग जूनयोंग पोखरा में वू हैलॉन्ग से मिला और उसके साथ जनकपुर की यात्रा की। उसने खुलासा किया कि वू हैलॉन्ग चीन में एक रेस्तरां चलाता था जिसे 2 साल पहले बंद कर दिया गया था। वर्तमान में वह सोशल मीडिया पर वीडियो ब्लॉगिंग में अपना करियर तलाश रहा है और सोशल मीडिया अकाउंट के लिए वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था। शेंग जूनयोंग 27 फरवरी 2025 को चेंग्दू के माध्यम से कनेक्टिंग फ्लाइट के माध्यम से शंघाई से अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए काठमांडू आया था। वह इससे पहले भी नेपाल का दौरा कर चुका है। हरलाखी थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर अनुप कुमार ने बताया दोनों चीनी नागरिक के सामान की सूची बना कोलकर लिया गया है।