
यशवंतपुर जाने वाली ट्रेन से सोमवार की सुबह मुजफ्फरपुर में आरपीएफ-जीआरपी व एवीए (बचपन बचाओ आंदोलन) ने 33 किशोरों को मुक्त कराया। साथ ही पांच मानव तस्कर भी दबोचे गए। मानव तस्कर नेपाल, पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी के रहने वाले है।
मुक्त किशोरों में आठ नेपाल, तीन पश्चिम बंगाल, 16 सीतामढ़ी और छह मुजफ्फरपुर के मुशहरी व मीनापुर प्रखंड के हैं। इनमें से 25 को चेन्नई स्थित वाशिंग मशीन फैक्ट्री, तीन को कोलकाता में चाय-नाश्ता दुकान और पांच को विशाखापतनम में मजदूरी के लिए ले जाया जा रहा था। आरपीएफ और चाइल्ड लाइन ने सभी बच्चों को काउंसिलिंग व सत्यापन कर रेल थाना को सौंप दिया है।
इनके पास से बरामद मुक्त किशोर मुजफ्फरपुर, प. चंपारण, सीतामढ़ी व नेपाल के बच्चों को काउंसिलिंग और सत्यापन कर रेल थाना को सौंप दिया मोबाइल की भी जांच के लिए सौंपा गया है। रेल थाना ने मामले में पांच मानव तस्करों पर एफआइआर दर्ज की है। आरपीएफ ने किशोरों के परिजनों को भी बुलाया है। बताया जाता है कि आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार को मुखबिर से सूचना मिली थी। इसके बाद उनके नेतृत्व में जीआरपी प्रभारी रंजीत कुमार और एवीए के सहायक परियोजना अधिकारी जय मिश्रा व शिवपूजन कुमार की टीम ने जंक्शन पर किशोरों को मुक्त कराया। सभी किशोर 15 से 17 वर्ष के बीच के हैं।