पटना, सोन नद में भारी उफान है। जलस्तर महज 361 घंटे में 22 गुना बढ़ गया। ऐसी वृद्धि पहले कभी नहीं हुई थी। नदी में अप्रत्याशित जलस्राव के बाद इन्द्रपुरी बराज पर भारी दबाव की स्थिति है। बराज के सारे गेट ऊपर तक खोल दिये गये हैं। बराज समेत नदी से जुड़े तटबंध की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। इधर, फतुहा में धोबा नदी में सोमवार को उफान से दो जगहों पर तटबंध टूट गए। इससे सैकड़ों एकड़ में धान की फसल डूब गई। दनियावां के प्राथमिक विद्यालय मकसूदपुर में भी पानी भर गया। सोन में आठ वर्षों के बाद इतना पानी आया है। सोमवार को जलस्राव 5.21 लाख क्यूसेक पहुंच गया। यही नहीं 13 वर्षों में ऐसा दूसरी बार है जब सोन का जलस्राव 5 लाख क्यूसेक के पार हुआ है। इसके पहले 2016 में 11.67 लाख क्यूसेक पहुंचा था। जल संसाधन विभाग के अनुसार 2012 से 2024 के दौरान इन दो वर्षों को छोड़कर वर्ष 2014 में ही जलस्राव अधिकतम
4.12 लाख क्यूसेक गया था। सोन के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी को देखते हुए संबंधित अभियंताओं के साथ-साथ तटबंध सुरक्षाकर्मियों को लगातार गश्ती करने को कहा गया है। सभी संवेदनशील स्थलों के साथ-साथ दबाव वाले क्षेत्रों में कटाव निरोधक सामग्री पहुंचा दी गयी है।
रोहतास और औरंगाबाद के दर्जनों गांवों में घुसा पानी डेहरी/औरंगाबाद। सोन नद में बाढ आने से तटीय क्षेत्र में बसे कई गांवों में रविवार रात अचानक पानी घुस गया। रोहतास की सरैया पंचायत के करीब 30. तिलौयू पूर्वी में 20 घर प्रभावित हुए हैं। वहीं सोन के टीले से 40 मवेशी लापता हो गए। उधर, औरंगाबाद जिले के नवीनगर, बारुण और दाउदनगर में सोन का पानी फैल गया है।