बकरीद को लेकर बाजार गुलजार होने लगा है। केन और बाजार समिति के कसे वारे में राजस्थान से लेकर कसे बकरे की आवक तेज हो गई है। जून को अकीदतमंद हृद लारी) का त्योहार मनाएंगे। इसके लिए खरीदारी शुक्रवार से तेज हो आपगी। हालांकि एक सप्ताह पहले से लोग बकरों की खरीदारी कर रहे हैं। बीते छह वर्षों से पटना के राजाबाजार रिचत मकरा बाजार में आ रहे छपरा के असरफ कुरैशी बताते है कि एक सप्ताह पल्ले बीस सकस लेकर पटना आए थे।
हनमें से चार चकरी बच गया है। उनके पास अभी 50 किसी का बकरा बिकना बाकी है। इसकी कीमत 60 हजार 500 करते है। बकरीद में इस वर्ष कई नरल के चकरे बिक्री के लिए पटना पहुंचे हैं। इनमें दूसरे राज्यों और बिहार के विभिन्न जिलों से आए बकरे शामिल हैं। बकरा बाजार में ह हज्जार रुपये से लेकर एक लाख रुपये के बीच बकरा बिक रहा है। राजस्थान की तोतापरी नस्ल के बकरों की शुरुआत 20 हजार से हो रही है।
उत्तर प्रदेश के देशीला नस्ल की कीमत 50 हजार से एक लाख के बीच है। वहीं रुपये से लेकर 70 हजार रुपये के बीच है। पटना में उत्तर प्रदेश, राजस्थान के अलावा झारखंड और पश्चिम बंगाल के बकरे भी आए हैं। वहीं प्रदेश के बेगूसराय के अलावा मुजफ्फरपुर, जमुई, छपरा, गोपालगंज, आरा आदि जिलों से भी बकरा की आवक हो रही है।