पासपोर्ट के लिए हिन्दी में भी लोग आवेदन कर सकेंगे। कम-पढ़े लिखे लोग भी खुद से आवेदन कर सकें इसके लिए पूरी • प्रक्रिया हिन्दी में की जाएगी। इसके प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। तकनीक की मदद से इसे आसान भी बनाया जाएगा। ऑनलाइन आवेदन हिन्दी में होने से पासपोर्ट बनाने वालों की संख्यां में बढ़ोतरी होगी। गौरतलब है कि राज्य के सभी 38 जिलों के 40 लोकसभा क्षेत्र में पासपोर्ट * सेवा केन्द्र खुल चुका है। ऐसे में अब अपने जिले से ही लोग पासपोर्ट बनाने के लिए पटना पर निर्भर ना रहना पड़े और ना ही एजेंट के चक्कर में आम लोग फंसे, इसके लिए सभी जिलों में पासपोर्ट कार्यालय खोला गया। लेकिन आवेदन पत्र अंग्रेजी में होने के कारण आम लोग एजेंट पर निर्भर रहते हैं। ऐसे लोग टेक्नो फ्रेंडली हो, इसके लिए अब हिन्दी में आवेदन पत्र करने का प्रयास किया जा रहा है। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी स्वधा रिजवी ने बताया कि पासपोर्ट आवेदन पत्र अभी भी अंग्रेजी में है। इससे आम लोग अभी भी एजेंट के माध्यम से ही आवेदन भरते हैं। हिन्दी में आवेदन पत्र करने का प्रयास किया जा रहा है।ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं, लेकिन 50 फीसदी लोग ऑनलाइन आवेदन करने में अभी भी एजेंट पर निर्भर हैं। एजेंट के माध्यम से उन्हें दोगुना पैसा देना पड़ता है। ऐसे में अगर ऑनलाइन आवेदन हिन्दी में करने की सुविधा होगी तो लोगों को आसानी होगी। वे खुद ही आवेदन कर पाएंगे। इसको लेकर अब ऑनलाइन आवेदन को हिन्दी वर्जन में करने का प्रयास किया जा रहा है।