
पुनपुन नगर मुख्यालय स्थित मनोहर गुमटी के पास से 11 मई की देर शाम सात बजे एक लाख रुपये के विवाद को लेकर स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने एक ट्रैवल्स एजेंसी के संचालक पंकज मिश्रा को हथियार के बल पर अगवा कर लिया। हालांकि, पुलिस ने सूचना मिलने के बाद आठ घंटे के अंदर पंकज मिश्रा को श्रीकृष्णापुरी थाने के कृष्णा अपार्टमेंट के पास से बरामद कर लिया. साथ ही पुलिस टीम ने गाड़ी मालिक व नालंदा के औंगारी निवासी सौरभ कुमार व उसके दो सहयोगियों जहानाबाद के कल्पा के सुरंगापुर के अजीत कुमार व नालंदा के लोदीपुर के आर्यन कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से दो पिस्टल, दो मैगजीन, सात कारतूस व अपहरण करने में इस्तेमाल की गयी स्कॉर्पियो को जब्त कर लिया।
अपहृत पंकज मिश्रा दरभंगा के लहेरियासराय के गंगा सागर गांव के रहने वाले हैं। इस संबंध में पुनपुन थाने में सौरभ, अजित व आर्यन के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद जेल भेज दिया गया है। दो पिस्टल, सात कारतूस व स्कॉर्पियो को किया बरामद पुलिस के अनुसार, सौरभ कुमार ने पंकज मिश्रा को अपनी स्कॉर्पियो दो लाख रुपये में दे दी। लेकिन, पंकज ने एक लाख रुपये ही दिये और उस स्कॉपियो को भाड़े पर चलाने लगे। सौरभ बार-बार उनसे एक लाख रुपये की मांग करता था। लेकिन, पंकज ने नहीं दिये, तो वह वापस स्कॉर्पियो मांगने लगा।
हालांकि पंकज ने गाड़ी भी नहीं लौटायी। इसके कारण ही सौरभ ने अपने सहयोगियों के साथ मिल कर पंकज को अगवा कर लिया। पंकज मिश्रा को उस वक्त अगवा कर लिया गया, जब वह पुनपुन निवासी अपने मित्र अमन कुमार से मिलने के बाद स्कूटी से किसी काम से पटना जा रहे थे। इसी दौरान सौरभ ने मनोहर गुमटी से अगवा कर लिया। किसी व्यक्ति ने वीडियो बना लिया और पुलिस को भेज दिया। वीडियो से पुलिस को स्कॉर्पियो का नंबर बीआर 01 जेई-9152 मिल गया। इसके बाद मसौढ़ी एसडीपीओ-2 कन्हैया सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने उस नंबर का पीछा किया और श्रीकृष्णापुरी थाने यमुना व कृष्णा अपार्टमेंट के पास पंकज मिश्रा को सोमवार की अहले सुबह बरामद करने के साथ ही तीनों अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।