मंत्रालय में यूडीसी , स्टेनो और एमटीएस के पदों पर बहाली के नाम पर सैकड़ों अभ्यर्थियों से करोड़ों की ठगी कर ली। रविवार को बाइपास थाना क्षेत्र के धवलपुरा स्थित सनराइज इनोवेशंस ऑनलाइन एग्जामिनेशन सेंटर में दो पालियों में परीक्षा थी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई। 10 मिनट के बाद ही परीक्षा बंद कर दी गई। केंद्र के संचालक द्वारा बताया गया कि परीक्षा रद्द कर दी गई है। इसके बाद परीक्षा केंद्र को बंद कर संचालक और स्टाफ फरार हो गए। इससे गुस्साए छात्र बाइपास पर आ गए और एनएच को जाम कर दिया। बाइपास थाने की पुलिस ने छात्रों को समझा- बुझाकर शांत कराया।
ऑनलाइन परीक्षा केंद्र के संचालक सुबोध कुमार ने पूछने पर बताया कि दो शिफ्टों में करीब 260 अभ्यर्थी परीक्षा देने बाले थे। आधे सिस्टम पर सर्वर काम नहीं कर रहा था। परीक्षा लेने
फर्जी वेबसाइट बनाकर निकाली 1185 पदों पर बहाली… करोड़ों की ठगी अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड और विज्ञापन में जल संसाधन मंत्रालय और जलाशय संसाधन परिषद लिखा है। जबकि जल संसाधन मंत्रालय का नाम बदलकर जल शक्ति मंत्रालय पेयजल और स्वच्छता विभाग हो गया है। वहीं वैकेंसी में दिए लिंक पर क्लिक किया गया तो संबंधित विभाग की वेबसाइट खुली ही नहीं। अनुमान लगाया जा रहा है कि जालसाजों ने फर्जी वेबसाइट बनाकर 1185 पदों पर बहाली निकालकर देशभर के सैकड़ों अभ्यर्थियों से करोड़ों की ठगी की है। विज्ञापन में देश के 40 शहरों में ऑनलाइन परीक्षा लेने की जानकारी दी गई थी।
वाली एजेंसी और उसके प्रतिनिधि इस गड़बड़ी को लेकर कोई जवाब नहीं दे रहे थे। इस कारण मुझे लगा कि मामला गड़बड़ है और मैंने सेंटर बंद कर दिया। इधर, पटना सिटी के एसडीपीओ टू गौरव कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।