ट्रेनों के जनरल टिकट के साथ फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के चार शातिरों को आरपीएफ की मुजफ्फरपुर टीम ने दबोचा। टीम ने पटना स्थित एक होटल में छापेमारी की। इस दौरान 140 माइक्रो रबर स्टांप और 49 जनरल टिकट बरामद किए गए। यात्री की सूचना पर सोमवार को सुबह जंक्शन से उमेश सहनी को गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ की गई। इसके बाद इंस्पेक्टर मनीष कुमार टीम के साथ पटना स्थित वीणा सिनेमा के पास होटल में छापेमारी की गई। वहां से कुल तीन शातिरों को गिरफ्तार करने के साथ टिकट व स्टांप के अलावा तीन मोबाइल बरामद किए गए।
गिरफ्तार आरोपित 40 वर्षीय उमेश सहनी पारू के गोकुला, 35 वर्षीय दशरथ सहनी सरैया के जैतपुर, 51 वर्षीय बिगु राम वैशाली जिला के बेलसर और 36 वर्षीय संतोष साह सराय के अजीतपुर का रहने वाला है। जनरल टिकट के साथ छेड़छाड़ करने वाले शातिरों पर अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरपुर से एसएमवीटी बेंगलुरू जाने वाली 15272 साप्ताहिक एक्सप्रेस जंक्शन से रवाना होने वाली थी। इस दौरान शातिर उमेश सहनी पूर्वी चंपारण के तेतरिया थाना के गरहिया निवासी यात्री शिवपूजन राम से टिकट के बारे में बातचीत करने लगा। शिवपूजन के पास मुजफ्फरपुर से बेंगलुरू के लिए चार जनरल टिकट थे। उमेश ने शिवपूजन से टिकट दिखाने के लिए कहा। इस दौरान बड़ी चालाकी से
उमेश ने शिवपूजन से चारों टिकट ले लिया और उसे छेड़छाड़ वाले चार टिकट थमा दिए। शिवपूजन अपने साथियों के साथ बेंगलुरू जाने वाली ट्रेन में सवार हो गया। आरपीएफ दारोगा गोकेलेश पाठक ने जंक्शन पर जांच के दौरान शिवपूजन के टिकटों को देखा। टिकट देखते ही दारोगा ने शिवपूजन से पूछताछ की। उसने बताया कि यूटीएस केंद्र में एक व्यक्ति ने टिकट देखने के बाद लोटा दिया। दारोगा यात्री शिवपूजन के साथ असली टिकट लेकर माइक्रो स्टांप वाला टिकट थमा देते गिरोह के शातिर मुजफ्फरपुर, पटना, दरभंगा, समस्तीपुर और बरौनी आदि जंक्शनों पर यात्रियों से असली टिकट लेकर माइक्रो स्टांप वाला टिकट थमा देते थे। दस बीस रुपए वाले जनरल टिकट पर गंतव्य स्टेशन का नाम मिटाकर स्टांप की मदद से लंबी दूरी वाले स्टेशन का नाम अंकित करता था। साथ ही किमी भी बदल देता था। इससे दस-बीस रुपए वाले टिकट 500 रुपए वाले लंबी दूरी की टिकट में बदल देते थे। यात्रियों को फर्जीवाड़ा कर बनाए टिकट थमा देते थे। यात्रियों से ली गई लंबी दूरी की टिकट को रेलवे के काउंटर पर वापस कर मोटी राशि कमाता था। यूटीएस केंद्र पहुंचे। यूटीएस केंद्र मे उमेश को हिरासत में ले लिया गया पूछताछ के बाद पटना स्थित होटल में छापेमारी कर तीन अन शातिरों को गिरफ्तार।