
भारत के आर्थिक भगोड़े नीरव मोदी को लंदन हाईकोर्ट से एक और बड़ा झटका लगा है। ब्रिटेन की हाईकोर्ट ऑफ जस्टिस – किंग्स बेंच डिवीजन ने गुरुवार को उसकी नई जमानत याचिका को खारिज कर दिया। यह जमानत अर्जी 10वीं बार दायर की गई थी।नीरव मोदी ने इस बार अदालत से अनुरोध किया था कि भारत प्रत्यर्पण पर अंतिम फैसला आने तक उसे जेल से जमानत पर रिहा किया जाए। लेकिन अदालत ने इस मांग को सख्ती से अस्वीकार कर दिया। इस याचिका का विरोध ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) ने किया, जिसे भारत की ओर से भेजी गई सीबीआई टीम ने पूरी कानूनी मदद दी।नीरव मोदी वर्ष 2019 से ब्रिटेन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद है। उस पर 13,000 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले में शामिल होने का आरोप है, जिसमें उसने अकेले 6498.20 करोड़ रुपए की राशि को कथित रूप से हड़प लिया।सीबीआई के मुताबिक, ब्रिटेन की अदालत पहले ही नीरव मोदी के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे चुकी है। अब वह उच्च स्तर पर अंतिम कानूनी फैसले की प्रतीक्षा में है, लेकिन तब तक वह जेल में ही रहेगा।