सहायक थाना क्षेत्र स्थित आफिसर कालोनी में भूमि विवाद को लेकर आदिवासी समाज की आधा दर्जन से अधिक महिलाओं ने समाहरणालय में सोमवार को डीजल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। दोपहर तीन बजे छह-सात महिलाएं समाहरणालय में पहुंचकर डीजल छिड़कने लगीं। इनका कहना था कि जब ये घर से ही बेघर हो जाएंगी तो जिंदा रहकर क्या करेंगी। घटना के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया।
सूचना पर एसडीओ आलोक चंद्र चौधरी ने मौके पर पहुंच पीड़ितों का पक्ष जाना। परिसर में फायर ब्रिगेड की गाड़ी बुलाकर महिलाओं पर पानी डाला गया। पुलिसकर्मियों को भी बुलाया गया। पीड़िता सरस्वती कुमारी व गौरी देवी आदि ने आरोप लगाया कि महिलाओं पर पानी का छिड़काव करती फायर उनके घर अनिकेत सिंह, जर्नाधन यादव, मुकेश यादव आदि सोमवार सुबह पहुंचे और मारपीट करने लगे। र्दुव्यवहार करने की भी कोशिश की। घर का सारा सामान तोड़ दिया। ये लोग सामान भी लेकर चले गए।
दबंगों ने कहा कि जिस जगह तुम लोग हो, उसे खाली कर दो, नहीं तो अंजाम बहुत बुरा होगा। इस जमीन ब्रिगेड कमर्मी जागरण पर वे लोग वर्षों से रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व 2023 में भी आदिवासियों को पीटकर घायल कर दिया गया था। इन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व के मारपीट के मामले में भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इनकी समस्याओं को कोई नहीं सुनता। इस कारण इन्होंने आत्मदाह का प्रयास किया।