पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली ने रविवार को पहलवान विनेश फोगट का समर्थन करते हुए कहा कि पेरिस ओलंपिक में 50 किग्रा फ्रीस्टाइल फाइनल में पहुंचने के लिए वह कम से कम रजत पदक की हकदार हैं। 29 वर्षीय विनेश को सुबह के वजन में निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया, जिससे उनका ओलंपिक सपना टूट गया। इस दिल टूटने के कारण उन्होंने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी। यहां कोलकाता फूड फेस्टिवल के मौके पर इस मामले पर अपनी राय पूछे जाने पर गांगुली ने संवाददाताओं से कहा, “मुझे सटीक नियम नहीं पता, लेकिन मुझे यकीन है कि जब वह फाइनल में पहुंची होगी, तो उसने ठीक से क्वालीफाई किया होगा।” “इसलिए जब आप फाइनल में जाते हैं, तो यह या तो स्वर्ण या रजत पदक होता है। उन्होंने कहा, “उसे गलत तरीके से अयोग्य ठहराया गया या नहीं, मुझे नहीं पता, लेकिन वह कम से कम रजत पदक की हकदार है।” विनेश ने खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में अपील की है, जिसमें मांग की गई है कि उसे क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुज़मान लोपेज़ के साथ संयुक्त रजत पदक दिया जाए, जो भारतीय पहलवान से हार गई थी, लेकिन बाद में हरियाणा की पहलवान के अयोग्य होने के बाद उसे फाइनल में भेज दिया गया था। अमेरिकी सारा हिल्डेब्रांट ने खिताबी मुकाबले में लोपेज़ को हराकर स्वर्ण पदक जीता। विनेश की अपील पर फैसला 13 अगस्त को आने की उम्मीद है।