खिजरसराय थाना क्षेत्र के खैरा गांव में 11 हजार वोल्ट के बिजली तार से निकली चिंगारी की चपेट में आकर तीन युवकों की दर्दनाक मौत हो गयी. मृतकों की पहचान नीतीश यादव, गोलू यादव और सत्येंद्र यादव उर्फ राजा के रूप में की गयी है. यह हादसा उस समय हुआ, जब तीनों युवक गांव के समीप खलिहान में कृषि उपकरण के लिए विद्युत संबंधी कार्य कर रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सबसे पहले गोलू यादव 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आ गया और छटपटाने लगा. उसे बचाने के प्रयास में नीतीश यादव और सत्येंद्र यादव उर्फ राजा भी करेंट की चपेट में आ गये. देखते ही देखते तीनों युवक बुरी तरह झुलस गये. घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए तीनों को मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृत घोषित होने के बाद रिश्ते में चचेरे भाई नीतीश यादव और गोलू यादव के परिजनों ने आपसी सहमति से पोस्टमार्टम नहीं कराने का निर्णय लिया. वहीं सत्येंद्र यादव उर्फ राजा का पोस्टमार्टम मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कराया गया. हालांकि बाद में गांववालों के समझाने के बाद नीतीश यादव और गोलू यादव के शवों को वापस पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. इधर जब तीनों शव गांव पहुंचे, तो माहौल गमगीन हो गया. एंबुलेंस से शवों के उतारते ही महिलाओं के करुण क्रंदन से पूरा गांव गूंज उठा. परिजन छाती पीट-पीटकर रोते हुए यह कहते नजर आये कि अब परिवार का सहारा कौन बनेगा.
खिजरसराय के खैरा गांव में 11 हजार वोल्ट के बिजली तार की चपेट में आकर काल के गाल में समा चुके तीन युवकों की मौत के बाद उनके परिवारों के सामने जीवन-यापन का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. मृतकों में नीतीश कुमार, गोलू कुमार और सत्येंद्र यादव उर्फ राजा शामिल हैं. तीनों की असमय मौत ने कई परिवारों को बेसहारा कर दिया है. नीतीश कुमार की पत्नी निर्मला देवी अब अपने एक बेटे और एक बेटी के साथ कठिन भविष्य का सामना कर रही हैं. वहीं सत्येंद्र यादव उर्फ राजा की पत्नी प्रीति कुमारी पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, जिनके साथ दो बेटियां और एक बेटा हैं. इसी तरह गोलू कुमार की पत्नी प्रीति कुमारी के सामने भी जीवन-यापन की बड़ी चुनौती खड़ी हो गयी है. रिश्ते में चचेरे भाई नीतीश और गोलू के पिता नागेश्वर यादव और लखन यादव रोजी-रोटी की तलाश में बाहर रहकर काम कर रहे थे. इस हृदयविदारक घटना की खबर मिलते ही दोनों परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. गोलू कुमार की शादी महज एक वर्ष पूर्व ही हुई थी. उसकी पत्नी के करुण विलाप को देख गांव के लोग भी सिहर उठे.
ग्रामीणों ने बताया कि तीनों युवक करीब 30 वर्ष की उम्र के थे और अभी उन्होंने जीवन को ठीक से समझा और देखा भी नहीं था. इस दर्दनाक हादसे ने पल भर में तीन घरों के चिराग बुझा दिये. घटना के बाद पूरे खैरा गांव में शोक और मातम का माहौल व्याप्त है. तीन युवकों की मौत के बाद प्रशासनिक स्तर पर भी हलचल तेज हो गयी है. इस मामले में प्रशासनिक पदाधिकारियों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से जानकारी ली है. वहीं स्थानीय पुलिस प्रशासन भी पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है. प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमारी सुमन ने बताया कि मामले में नियमानुसार मुआवजे की प्रक्रिया के लिए आगे की कार्रवाई की जायेगी. वहीं थाना अध्यक्ष दीपक कुमार ने कहा कि मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल से प्राप्त कागजातों के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है. इस बीच खैरा गांव में तीन लोगों की मौत के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमारी सुमन ने मुखिया पवन पंडित के साथ गांव पहुंचकर पीड़ित परिवारों को कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन-तीन हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की.
