सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल में छात्रों के एन्वायरमेंट क्लब की ओर से पर्यावरण संरक्षण को लेकर अहम पहल की गई. स्कूल में छात्राओं व शिक्षकों के लिए एक बार फिर जूट बैग के उपयोग की शुरुआत की गई है, जिससे प्लास्टिक व सिंथेटिक बैग का उपयोग कम होगा। अभियान के तहत लगभग 2,500 मजबूत और आकर्षक जूट बैग छात्रों, शिक्षकों, सब-स्टाफ व पूर्व छात्रों के वितरित किए गए। इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी को पर्यावरण-अनुकूल जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम में मौजूद प्राइमरी को-ऑर्डिनेटर व मैनेजर सिस्टर एम। सेरीना ने कहा कि कई वर्षों से हमारी धरती प्लास्टिक के दुष्प्रभाव झेल रही है। जूट बैग के प्रयोग को फिर से शुरू कर हम न केवल एक नया विकल्प अपना रहे हैं, बल्कि छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता का मूल्य भी दे रहे हैं. प्रधानाचार्या सिस्टर एम। स्टेफी ने कहा कि जूट पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल, प्राकृतिक और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होता है, इसलिए यह स्कूल की ‘ग्रीन पहल’ के लिए सबसे उपयुक्त है। यह अभियान प्लास्टिक प्रदूषण कम करने और टिकाऊ संसाधनों को बढ़ावा देने वाली राष्ट्रीय व वैश्विक मुहिम के अनुरूप है।
इससे छोटे उद्योगों के श्रमिकों को भी रोजगार मिलता है। इस बार जूट बैग अभियान को ‘अंतर्राष्ट्रीय हिमनद संरक्षण वर्ष 2025’ की थीम से जोड़ा गया है। प्रत्येक छात्र को नीले और सफेद रंग के विशेष जूट बैग दिए गए, जिन पर हिमनद की आकृति व पर्यावरण संरक्षण के संदेश दिए गए है। इस मौके पर एनवायरनमेंट क्लब की मॉडरेटर शिक्षिका समर्पिता विश्वास ने कहा कि ये बैग सिर्फ किताबों के लिए नहीं, बल्कि रोज-रोज हमें यह याद दिलाने के लिए हैं कि हमारी छोटी-सी जिम्मेदारी भी धरती के हिमनदों की रक्षा कर सकती है।
