
जिस दियारा क्षेत्र से बाइकें मिलीं, वह वैशाली जिले के रूस्तमपुर थानांतर्गत जफराबाद टाक के पास है। यह कार्रवाई बाइक चोरी के आरोप में गिरफ्तारी मनीष कुमार (महावीर स्थान, चौक) और सन्नी कुमार उर्फ राजा उर्फ छोटू उर्फ विकास (कौवाकोल, चौक) की निशानदेही पर हुई। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि गिरोह की पहचान कर ली गई है। उसके फरार सदस्यों की तलाश में छापेमारी जारी है। दरअसल, गुरुवार को चित्रगुप्त नगर थाने की पुलिस ने मूलचंद पथ स्थित एक निजी अस्पताल के सामने से बाइक चोरी करते हुए मनीष को रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। उसकी निशानदेही पर सन्नी को पकड़ा गया।
गांधी मैदान थाने में 21 दिनों में दर्ज हुए चोरी और झपटमारी के 49 केस चौक चौराहों पर वाहनों की जांच कर सक्रियता प्रदर्शित करने वाली पटना पुलिस वाहन चोरी व झपटमारी के केस सुलझा नहीं पा रही है। केस दर्ज करने को त्वरित कार्रवाई बताने वाली पुलिस एक ही स्थान पर बार बार वाहन चोरी की घटना पर नकेल तक नहीं कस पा रही। इसकी बानगी गांधी मैदान थाना पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह बाइक चोरी कर दियारा इलाके में पहुंचाता है।
इसके लिए उसे दस हजार रुपये प्रति बाइक दी जाती है। इन बाइक को ज्यादातर शराब तस्कर खरीदते हैं। फर्जी नंबर प्लेट लगाकर बाइक से शराब और मादक पदार्थों की होम डिलीवरी की जाती है। इस सूचना पहुंचाने वाले चोर को पांच हजार रुपये मिलते थे। वह चोरी की बाइक को कुछ दिनों तक अपने पास रखता था। जब दो-तीन बाइक हो जाती थी, तब झुंड बनाकर दीदारगंज कच्ची दरगाह से पीपापुल पार करता और उस अड्डे तक पहुंचाता था, जहां से शराब तस्कर चोरी की बाइक खरीदते थे।