मनेर में छापेमारी करने गई एसआईटी की टीम पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। सोमवार की शाम सादिकपुर बगीचा गांव में छापेमारी के दौरान पुलिस की एसआईटी और गांव के कुछ लोगों के बीच झड़प हो गई।
छापेमारी करने के लिए एसआईटी की टीम सादे लिबास में एक कार से पहुंची थी। इस बीच टीम ने सादिकपुर बागीचा के एक घर में छापेमारी कर सारण के एक अपराधी को पकड़ा। उसके पकड़े जाने के बाद ही लोगों ने एसआईटी पर हमला कर दिया। हमले के दौरान पकड़ा गया अपराधी फरार हो गया। इस बीच गांव में कई राउंड सादे लिबास में कार से पहुंची थी टीम फायरिंग भी हुई है। हालांकि अब तक फायरिंग की पुष्टि नहीं की जा रही है। डीआईजी ने फायरिंग की बात से किया इनकारः डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पुलिस एक मामले के आरोपित को पकड़ने के लिये गई थी। उस मामले में छापेमारी जारी है। इसी बीच हंगामा हुआ। डीआईजी ने फायरिंग की बात से इनकार किया है। मनेर थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार के मुताबिक छापेमारी में नौबतपुर की पुलिस व एसआईटी की टीम शामिल थी।
दानापुर में हुई हत्या और हमले में छापेमारी की चर्चसूत्रों की माने तो दानापुर में हुई हत्या और मनेर में लूट के दौरान हत्या और बिहटा बैंक में लूट के मामले में ये छापेमारी हो रही थी। जिसमें हथियार भी बरामद हुए और तीन लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया है। दूसरी ओर चर्चा यह भी है कि छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रंजीत कुमार उर्फ दही गोप पर हुए हमले में पुलिस छापेमारी करने गईं थी। तभी ग्रामीणों की भीड में शामिल असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया।