कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद मचा बवाल अभी तक नहीं थमा है। अभी तक जूनियर डॉक्टर अपने काम पर वापस नहीं लौटे हैं। एक महीने से भी ज्यादा समय बीतने के बाद भी प्रशासन के कई जतन और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद आंदोलन जारी रखे हुए हैं।
इधर स्वास्थ्य भवन के सामने प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों के धरना मंच के पास एक बैग में बम होने की खबर से सनसनी फ़ैल गई। बड़ी संख्या में पुलिस बल और केंद्रीय सेना के जवानों ने पूरे इलाके को घेर लिया है. बम निरोधक दस्ता बुलाया गया है। सीआरपीएफ के जवान और पुलिस ने आपातकालीन कक्ष के बाहर इंतजार कर रहे मरीज के परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया। अस्पताल के इमरजेंसी के सामने मुख्य दरवाजे को बंद कर दिया गया है।