छठ महापर्व के समापन के साथ ही प्रवासी बिहारियों की कर्मस्थली की ओर रवानगी शुरू हो गई। विशेषकर दिल्ली जाने वाली संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में यात्रियों की भीड़भाड़ देखने को मिल रही है। साधारण से लेकर स्लीपर कोच तक में पैर रखने की जगह नहीं है। जेनरल कोच तो यात्रा शुरू होने के स्टेशन राजेन्द्र नगर टर्मिनल से ही ठसमठस भरकर चल रही है। बची खुची कसर पटना जंक्शन पर आकर पूरी हो रही है। ट्रेन आने से पहले ही प्लेटफार्म संख्या-चार यात्रियों से खचाखच भर गई। स्लीपर की हालत तो फिर भी सहनीय रही, लेकिन साधारण कोच इस तरह से भरी रही कि उसका दरवाजा खुलना भी मुश्किल रहा। दिल्ली में निजी नौकरी करने वाले सोनपुर निवासी मुन्ना कुमार यादव परिवार समेत छठ मनाकर लौटने के लिए पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पहुंचे थे।
बताया कि दो माह पहले ही संपूर्ण क्रांति में आरक्षण करवाया था। आने के लिए भी इसी तरह संघर्ष करना पड़ा था। पत्नी के साथ प्लेटफार्म चार पर संपूर्ण क्रांति की प्रतीक्षा कर रहे ललित कुमार कहते हैं कि छठ मनाने के बाद कुछ दिन घर पर ही रहना चाहते थे, लेकिन दो माह पहले आरक्षण कराने के समय आज की तारीख में टिकट मिला। इस कारण मन मुसोस कर लौट रहे हैं। टिकट रद्द करवा दिया तो फिर अगले कुछ दिनों तक आरक्षण मिलना असंभव हो जाएगा। विपिन कुमार कहते हैं कि अब खाना पीना सब बंद कर दिया है। शौचालय में लोग भरे हैं। महाप्रबंधक ने जायजा लिया : ईसीआर के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पहुंच भीड़ प्रबंधन व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने प्लेटफार्म, फुटओवर ब्रिज, होल्डिंग एरिया के लिए जरूरी निर्देश दिए।
मौके पर प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक इंदुरानी दूबे आदि रहे। इधर, यात्रियों की सुविधा और भीड़ नियंत्रण चाक-चौबंद नजर आई कोच में सामान की तरह ठूंस कर जाने को विवश यात्री पटना जंक्शन से ललितग्राम राज्यरानी एक्सप्रेस भी बुधवार की दोपहर यात्रियों से खचाखच भरकर रवाना हुई। ट्रेन के दरवाजे भीड़ को अंदर का रास्ता देने में नाकाम हो गए। यात्री आपातकालीन खिड़कियों से ट्रेन के अंदर घुसते दिखे। ट्रेन के आते ही प्लेटफार्म चार पर यात्रियों का सैलाब नजर आया। इंसान सामान की तरह कोच में ठूंसे रहे। पटना जंक्शन से आनंद विहार टर्मिनल को जाने वाली आनंद विहार विशेष फेयर ट्रेन में भीड़ सामान्य रही।
