
पटना विश्वविद्यालय का चर्चित सैदपुर हास्टल शुक्रवार को फिर स्क्तरंजित हो गया। हास्टल में अवैध रूप से रह रहे युवकों ने पीयू के छात्र चंदन कुमार (22) को गोलियों से भून डाला, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। चंदन मूलरूप से नवादा जिले के वारसलीगंज का रहने वाला था। उसका भी आपराधिक इतिहास रहा है। वह अधिवक्ता को बंधक बनाकर मारपीट करने के मामले में बहादुरपुर थानें में दर्ज प्राथमिकी संख्या 210/24 में जेल गया था। लगभग 15 जिल्लयों पहले ही जेल से छूटकर चंदन के भाई प्रमोद कुमार ने मोकामा के सुलतानपुर वार्ड संख्या दो निवासी ब्रजेश कुमार शर्मा के पुत्र अंकुर कुमार शर्मा उर्फ अंकुर कुमार, समस्तीपुर के घोबगामा थाना क्षेत्र निवासी संजय ठाकुर के पुत्र केशव कुमार उर्फ केशव ठाकुर, समस्तीपुर के उजियारपुर थानांतर्गत महिसारी निवासी कुमार करूणानिधान के मोकामा और समस्तीपुर के तीन युवकों पर की गई प्राथमिकीअधिवक्ता को बंधक बना मारपीट करने के मामले में गया था जेल सैदपुर हास्टल में ताबड़तोड़ फायरिंग से इलाके में दहशत शुक्रवार की सुबह सैदपुर हास्टल में ताबड़तोड़ फायरिंग से इलाके दहशत फैल गई।
स्थानीय लोगों की सूचना पर बहादुरपुर थानेदार संजय शंकर दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पाया कि कमरा संख्या एस-एक में चंदन खून से लथपथ फर्श पर गिरा था। पुलिस ने उसे उपचार के लिए पीएमसीएच भेजा, जहां डाक्टर ने मृत्यु की पुष्टि कर दी। इधर, पुलिस के आने से पहले आरोपित फरार हो चुके थे। पूरा हास्टल खाली मिला। डाग स्क्वायड ने घटनास्थल का मुआयना किया। एफएसएल की टीम ने से कारतूस, खोखे और खून के धब्बे एकत्र किए। अवैध तरीके से हास्टल में रह रहे थे युवक, चंदन भी आता-जाता था
प्रारंभिक जांच में मालूम हुआ कि पटना विश्वविद्यालय ने अभी सैदपुर हास्टले में कमरे आवंटित नहीं किए हैं। चंदन भी पूर्व में इसी हास्टल में रहता था। हालांकि, वर्तमान में वह हास्टल के पास पंचवटी नगर में बहन के घर पर रह रहा पुत्र हर्ष राज उर्फ छोटू पर हत्या की प्राथमिकी कराई है। पूर्वी सिटी एसपी डा. के. रामदास था। उसका हास्टल में आना-जाना लगा था। आरोपितों के कमरा नंबर एस-एक और एस-पांच से 0.32 बोर के 13 कारतूस, पांच खोखे, मिसफायर गोली, दो मैग्जीन, दो मोबाइल, घड़ी बरामद हुई। स्थानीय लोगों ने पुलिस ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। रुपयों की लेन-देन को बताया कि हास्टल के कमरों की बत्तियां रात में भी जली रहती थीं। युवक वहां आते-जाते रहते थे। इससे प्रतीत होता है कि अवैध तरीके से युवकों ने हास्टल के कमरों को कब्जा कर रखा था। में हत्या किए जाने की बान सामने आई है। सभी बिंदुओं प छानबीन चल रही है।