ठंड शुरू होने के साथ ही दरभंगा एयरपोर्ट पर विमानों को ‘सर्दी’ लगने लगी है। अभी ठीक से कुहासा लगना शुरू नहीं हुआ है कि विमानों के परिचालन पर असर होने लगा है। आईएलएस (इन्स्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) और ग्राउंड लाइटिंग का काम पूरा नहीं होने से आने वाले दिनों में यह समस्या और गहराने की आशंका है। दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता व बेंगलुरू के लिए रोजाना 12 उड़ानें संचालित हैं। गत रविवार को कुहासे के कारण मुम्बई से दरभंगा आ रही फ्लाइट को वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया था। सोमवार को दिल्ली से आने वाला पहला विमान पांच घंटे से अधिक की देरी से दरभंगा पहुंचा था। अन्य जगहों से आने वाली फ्लाइट भी विलंब से पहुंची थी।
मालूम हो कि दरभंगा से नागरिक हवाई सेवा की शुरुआत आठ आईएलएस और हो सकी विमानों के होती है। फ्लाइट रद्द 50 लाख हवाई सेवा शुरू होने के बाद से ही दरभंगा एयरपोर्ट पर ग्राउंड लाइटिंग की व्यवस्था की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक नहीं हो सकी है। लहेरियासराय हाउसिंग कॉलोनी के ललन झा ने कहा कि चार साल बाद भी एयरपोर्ट पर आवश्यक सुविधाएं नहीं होने से लोगों को परेशानी होती है। यात्रियों की संख्या को देखते हुए जल्द सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने की जरूरत है। लक्ष्मीसागर के पंकज झा ने कहा कि लंबे समय से की जा रही यात्रियों की मांग पूरी नहीं हुई है।
चार साल बीतने के बाद भी एयरपोर्ट पर (इन्स्ट्रमेंट लैंडिंग सिस्टम) ग्राउंड लाइटिंग की व्यवस्था नहीं है। इससे खराब मौसम में परिचालन में बाधा उत्पन्न जानकार बताते हैं कि एक होने पर विमानन कंपनी को रुपए से अधिक का नुकसान होता है। एयरपोर्ट डायरेक्टर पार्था साहा ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट पर एयरफोर्स की ओर से आईएलएस व ग्राउंड लाइटिंग सिस्टम का काम किया जा रहा है। काम कब तक पूरा होगा, यह हम नहीं बता सकते। वहीं, दरभंगा सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि यह काम बहुत जल्द पूरा कर लिया जाएगा।