
टेड यूनियनों की हड़ताल के दौरान बुधवार को न आँठो चले और न हो सिटी बस ही दिखी। पिंक बस भी फुलवारीशरीफ स्थित डिपो में लगी रही। जीपीओ स्थित मल्टी मॉडल हब में दिनभर लोग पटना जंक्शन से उतर कर आते रहे, लेकिन पैदल ही जाना पड़ा। यात्री बबीता कुमारी को पटना जंक्शन से हनुमान नगर जाना था।
ऑटो नहीं मिला तो पैदल ही चल दी। कंकड़बाग तक पैदल चलने के बाद ई-रिक्शा मिला तो फिर वह हनुमान नगर पहुंची। समीर कुमार आयकर गोलंबर पर एक घंटे खड़े रहे। वह राजवंशीनगर तक पैदल गये और फिर रिक्शा करके राजाबाजार तक गये। हर मार्ग में ऑटो और ई-रिक्शा बंद: बेली रोड, कंकड़बाग, बोरिंग रोड. बोरिंग कैनाल रोड, पाटलिपुत्र, अनीसाबाद आदि इलाकों के तमाम रूट में सुबह से ही सन्नाटा पसरा रहा।
इक्का दुक्काई-रिक्शा और ऑटो को छोड़ देतो एक भी ऑटो नहीं चला। दोपहर तक जो भी ऑटो चले, उसमें अधिकतर रिजर्व था। इस दौरान पटना जंक्शन से गंतव्य तक लोगों को पैदल ही जाना पड़ा। सभी ऑटो पड़ाव में एक भी ऑटो नहीं दिख रहा था। पटना वीमेंस कॉलेज की छात्राएं घंटों तक ऑटो का इंतजार करती रहीं। ऑटो हड़ताल और बंद के कारण बुधवार को पटना जंक्शन गोलंबर के पास पैदल जाते लोग।