बना बहुमंजिला बाजार को जिला प्रशासन अब ध्वस्त करने की तैयारी कर रहा है। इसको लेकर जिला प्रशासन ने बहुमंजिला बाजार में जगह जगह नोटिस चिपकाकर 15 दिनों के अंदर मार्केट खाली करने के आदेश दिए है। जिला प्रशासन द्वारा बहुमंजिला बाजार के जाँच का जिम्मा राज्य क्वालिटी मॉनिटर पूर्णियाँ प्रमंडल को सौंपा था, जिसके बाद उन्होंने बहुमंजिला बाजार को काफी खतरनाक माना और कहा कि कभी भी इसकी छत गिर सकती है और बड़ी जान माल का नुकसान होगा। राज्य क्वालिटी मॉनिटर पूर्णियाँ प्रमंडल के रिपोर्टनके बाद जिला परिषद की मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी पूर्णियाँ ने आदेश जारी कर 15 दिनों के अंदर बहुमंजिला बाजार को खाली करने के आदेश दिए है। प्रशासन के इस आदेश के बाद दुकानदारों में हड़कंप मचा हुआ है। कई दुकानदारों के समक्ष रोजी रोटी की चिंता सताने लगी है, वही इन दुकानों में काम करने वाले लोगो को बेरोजगार
होने का डर सताने लगा है। वहीं बहुमंजिला बाजार संघ के अध्यक्ष अफरोज आलम ने बताया कि बहुमंजिला बाजार की नींव काफी मजबूत है। थोड़ा सा कही कही पर छत टूटकर गिर रहा है, जिसे रिपेयरिंग किया जा सकता हैं। मगर प्रशासन ने सभी 121 दुकानों को खाली करने का नोटिस दे दिया जो गलत हैं। उन्होंने बताया कि दुकान खाली करने के बाद उसे तोड़कर बनाया जाएगा या क्या किया जायेगा इससे सभी 1986 में बना था बहुमंजिला बाजार आपको बता दे कि शहर के बीचों बीच समाहरणालय के समीप करीब 2 बीघे में 1986 में बहुमंजिला बाजार बनाया गया था। यह जमीन जिला परिषद की है। 121 छोटे बड़े दुकानों को जिला परिषद ने ही बनवाया था, जिसके एवज में जिला परिषद 700 से 6 हजार तक प्रतिमाह वसूलती है।
दुकानदार अनभिज्ञ हैं। वहीं सभी दुकानदारों ने बताया कि जर्जर छत के उपर भी एक नया छत बनाया जा सकता है। मगर दुकान खाली करने का नोटिस से मंशा कुछ और नजर आ रहा है। अगर ऐसा हुआ तो 121 दुकानदार रोड पर आ जाएंगे। इन दुकानदारों के करीब 6 हजार परिवार का घर यही से चलता है।