पूर्व बिहार, कोसी व सीमांचल की नदियों में पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है। सुपौल में तटबंध के छह बिंदुओं पर कोसी का दबाव बना हुआ है। तटबंध के अंदर के गांवों में कटाव हो रहा है। विभिन्न जिलों के निचले इलाकों में फैला पानी अब निकलने लगा है। अररिया में डूबकर एक बालक की मौत हुई है। मुंगेर में गंगा का जलस्तर गुरुवार शाम पांच बजे 36.56 मीटर रहा। गंगा में हर घंटे एक सेंटीमीटर पानी कम हो रहा है। सुपौल में कोसी के जलस्तर में उतार- चढ़ाव जारी है।
गुरुवार शाम में चार बजे कोसी का डिस्चार्ज बराज पर 1,42,330 क्यूसेक (घनफुट प्रति सेकेंड) रिकार्ड किया गया। कोसी नदी का तटबंध के छह बिंदुओं पर दबाव बरकरार है। कोसी तटबंध के अंदर कई गांवों में कटाव हो रहा है। बुधवार रात से ही सदर प्रखंड की बेरिया पंचायत के मुंगरार गांव में कटाव लगने से 109 परिवार विस्थापित हो गए हैं। सहरसा में भी कोसी का जलस्तर कम हो रहा है। खगड़िया में कोसी, बागमती, गंगा और बूढ़ी गंडक के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। यद्यपि, कोसी व बागमती अभी खतरे के निशान से ऊपर है।
मधुबनी जिले के हरलाखी में भारत-नेपाल की सीमा पर स्थित जटही पुल की एप्रोच सड़क धंस गई है। इस वजह से वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है। सड़क धंसने से दोनों देशों के बीच चारपहिया वाहनों से आवागमन ठप है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। व्यावसायिक गतिविधियां ठप हैं। लोग बार्डर से पूर्व दोनों तरफ वाहनों को खड़ी कर बार्डर पार कर रहे हैं।