बिहार में मुजफ्फरपुर के मूल निवासी और वर्तमान में वेल्स यूनाइटेड किंगडम में रह रहे संतोष कुमार और चेतन सिन्हा के पुत्र कनिष्क नारायण वेल्स यूके से लेबर पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत कर सांसद बने हैं। इससे पूर्व 33 वर्षीय कनिष्क सिविल सर्विस में थे। चुनाव की घोषणा के बाद नौकरी से इस्तीफा देकर मैदान में उतरे थे। कनिष्क नारायण के यूके में सांसद निर्वाचित होने की खबर सुनते ही मुजफ्फरपुर में बधाई देने वालों का ताता लग गया। कनिष्क एसकेजे लॉ कॉलेज के निदेशक जयंत कुमार के भतीजा हैं। करीब दो महीने पहले वह एक पारिवारिक पूजा में शामिल होने के लिए माता-पिता के साथ भारत आए थे लेकिन चुनावी व्यस्तता के कारण दिल्ली से ही वापस लौट गए। कनिष्क के सांसद बनने की सूचना मिलने पर शहर के दामु चक स्थित सांधो अपार्टमेंट में जश्न शुरू हो गया।
मूल रूप से वैशाली के गोरौल स्थित सोंधो के रहने वाले स्वर्गीय कृष्ण कुमार व बीना देवी बहुत साल पहले मुजफ्फरपुर के दामों चक में बस गए थे। कनिष्क का जन्म मुजफ्फरपुर में हुआ। तीसरी कक्षा तक की पढ़ाई भी शहर से पूरी की। इसके बाद दिल्ली में पढ़ाई पूरी की। जब 12 साल के थे तब माता-पिता के साथ ब्रिटेन चले गए। चाचा जयंत कुमार एसके लॉ कॉलेज के निदेशक हैं। चाचा जयंत कुमार ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कहा कि कनिष्क ने मुजफ्फरपुर सहित पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन उनका थर्ड होम है। भाई के परिवार के साथ ही बेटी-दामाद भी वहां रहते हैं। पारिवारिक कार्यक्रमों में आना-जाना लगा रहता है। कनिष्क के पिता संतोष कुमार और माता चेतन सिन्हा कार्डिफ वेल्स में सॉलिस्टर हैं। कनिष्क ने ब्रिटेन में रहने वाले एशियाई मूल के अल्पसंख्यक पृष्ठभूमि छात्रवृत्ति के साथ ई टेन ऑक्सफोर्ड व स्टेनफोर्ड अमेरिका से शिक्षा प्राप्त की है। इससे पहले कनिष्क लोक सेवक के रूप में तत्कालीन ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरान के साथ पर्यावरण विभाग में योगदान दे चुके हैं।