March 12, 2025

सारण जिले के परसा, अमनौर एवं गड़खा में अलग-अलग आर्केस्ट्रा संचालकों के ठिकानों पर छापेमारी कर पुलिस ने 14 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है। वहीं, एक आर्केस्ट्रा संचालक के सहयोगी परसा के पिंटू कुमार चौधरी को गिरफ्तार भी किया है। मुक्त कराई गई लड़कियां पश्चिम बंगाल एवं उत्तर प्रदेश की मूल निवासी बताई जा रही हैं। इस संबंध में महिला थाने में प्राथमिकी कराई गई है। मुक्ति मिशन फाउंडेशन दिल्ली, रेस्क्यू एवं रिलीफ फाउंडेशन पश्चिम बंगाल और नारायणी सेवा संस्थान छपरा ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को आर्केस्ट्रा की आड़ में नाबालिगों के शोषण की शिकायत की थी। इसके बाद आयोग के निर्देश पर एसपी डा. कुमार आशीष ने महिला थाने की टीम गठित कर तीन थाना क्षेत्रों के चिह्नित ठिकानों पर छापेमारी कराई।

परसा मस्ती चौक के मोहम्मद राशिद के आर्केस्ट्रा से चार नाबालिग लड़कियों को मुक्त करा, उसके सहयोगी पिंटू कुमार चौधरी को गिरफ्तार किया गया। इसी तरह अमनौर थाना क्षेत्र के पैंगा गांव के धमाल आर्केस्ट्रा से चार, गड़खा थाना क्षेत्र के धर्मबागी में स्टार व भारत आर्केस्ट्रा से छह नाबालिग लड़‌कियों को मुक्त माता-पिता ही पैसे की लालच में भेज देते हैं आर्केस्ट्रा में बताया जाता है कि कई बार माता-पिता पैसे की लालच में अपनी बच्चियों को आर्केस्ट्रा में भेज देते हैं। बाद में उन्हें वादे के अनुसार रुपये नहीं मिलते हैं। ऐसे में परिवार वाले ही समाजसेवी संगठनों को शिकायत कर उनके ठिकानों पर छापेमारी करा देते हैं। मिशन मुक्ति फाउंडेशन के अक्षय पांडे ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद राष्ट्रीय बाल संस्थान को लोग सूचित करते हैं। वहां से संबंधित आरक्षी अधीक्षक को सूचना के बाद हम लोग रेकी कर छापेमारी कराते हैं। कराया गया है। पुलिस की दबिश के दौरान आर्केस्ट्रा संचालक मौके से भाग निकले।

मुक्त कराई गई 14 लड़कियों की मेडिकल जांच कराकर उन्हें बालिका गृह में रखा जाएगा। इनमें उत्तर प्रदेश के देवरिया की पांच व पश्चिम बंगाल के कूच विहार, सियालदह, न्यू जलपाईगुड़ी, जलपाईगुड़ी, बाडासात व 24 परगना की नौ लड़‌कियां शामिल हैं। संचालकों के विरूद्ध महिला थाने में पाक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। छपरा में हैं 50 से अधिक आर्केस्ट्रा सारण प्रमंडल के छपरा, सिवान, गोपालगंज में 200 से अधिक आर्केस्ट्रा संचालित हो रहे है, जहां पर पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश व नेपाल की लड़कियां काम करतीं हैं। सारण जिले में 50 से अधिक आर्केस्ट्रा चल रहे हैं। नृत्य के दौरान लड़कियों का होता था शारीरिक शोषण: आर्केस्ट्रा से मुक्त होने के बाद लड़कियों ने बताया कि उन्हें कार्यक्रमों में बिना आराम किए ही नृत्य करते रहने को विवश किया जाता है। नृत्य के दौरान छेड़खानी व शारीरिक शोषण आम बात थी।

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