
सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर स्थित आवास से लोजपा (आर) के नेता कुख्यात रईस खान को रविवार की सुबह पुलिस से लूटे हथियारों व आपत्तिजनक सामानों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। उसके साथ तीन शागिर्द भी पकड़े गए हैं। एसटीएफ व जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान कई बदमाश भाग निकले। इससे पूर्व भी रईस खान कई मामलों में जेल जा चुका है। वह 52 आपराधिक मामलों में आरोपित है। रविवार की सुबह में ही बड़ी संख्या में पुलिस बल ने डीआइजी निलेश कुमार, एसपी मनोज कुमार तिवारी व एसटीएफ के डीएसपी के नेतृत्व में रईस खान के घर व आसपास की गलियों को घेर लिया। मौके से रईस खान, शाह आलम, मुन्ना खान और आफताब मियां को गिरफ्तार कर लिया।
शाह आलम पर एक, आफताब पर छह व मुन्ना खान उर्फ अजी अहमद पर तीन मामले पहले से दर्ज हैं। आफताब सारण के तरैया के शहबाजपुर का निवासी है। अन्य दो ग्यासपुर के ही हैं। डीआइजी के अनुसार तलाशी के दौरान रईस के घर से पुलिस से लूटा दो रेगुलर पिस्टल, एक कट्टा, एके 47 व अन्य बोर की 43 गोलियां, 4.50 किलोग्राम मादक पदार्थ, दो वाकी टाकी, दस मोबाइल, एक बुलेट प्रूफ जैकेट, छह चार पहिया वाहन, एक मोटरसाइकिल, दो चाकू सहित अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए। डीआइजी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले पुलिस वालों की हत्या कर उनके नाइन एमएम पिस्टल लूट लिए गए थे। बरामद पिस्टल पुलिस की ही प्रतीत हो रही है। जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा।
पुलिसिया कार्रवाई के दौरान पूरे ग्यासपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा रहा। स्थानीय लोगों में छापेमारी के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही थी। एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि पकड़े गए रईस खान व अन्य से बरामद हथियारों के संबंध में छापेमारी जारी थी। कुछ माह पूर्व पूछताछ की जा रही है। देर शाम तक ही रईस खान व उसके भाई अयूब खान लोक जनशक्ति पार्टी (आर) में शामिल हुए थे। रईस ने आगामी विधानसभा चुनाव में रघुनाथपुर सीट से दावेदारी ठोक रखी थी।