बिहार में नदियों के जलस्तर में मंगलवार को कई इलाकों में वृद्धि हुई तो कई जगहों पर कमी आई है। कोसी तटबंध पर अपना दबाव बना रही है। 32 फाटकों से कोसी का पानी निकाला जा रहा है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में नदियों का जलस्तर सामान्य हो गया है, लेकिन आधा दर्जन गांवों में मुख्य सड़क पर कटान होने से आवागमन में दिक्कत हो रही है। मसान, हरहा, भलुई, कापन आदि नदियों ने गन्ना एवं धान के खेत का कटान किया है। बेतिया के बैरिया दियारे के नौ गांवों के 300 घरों में बाढ़ का पानी घुसा है। योगापट्टी दियारे के 150 घरों में तीसरे दिन भी बाढ़ का पानी नहीं निकला। नौतन के करीब 200 परिवार बाढ़ में घिरा हुआ है। उनको सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाने के लिए आपदा मित्रों की टीम लगाई गई है।
मधुबनी के पिपराघाट में कमला बलान नदी में उफान। जागरण दोपहर से तेजी से वृद्धि हो रही है। इससे बेला, बक्साही तथा बिठौनी व बिठौनी कमला के अंदर के गांव के लोगों का एक दूसरों से संपर्क भंग हो गया है। दरभंगा में कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि से कमला बलान नदी के पूरब बसे कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड की चार पंचायतों में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। वाल्मीकिनगर बराज से छोड़े जा रहे पानी के कारण गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से मोतिहारी के अरेराज प्रखंड क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। कोसी, महानंदा और गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। मुंगेर में गंगा का पानी तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। सुपौल में कोसी का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। कोसी का जलस्राव शाम चार बजे 2,42,055 पर पहुंच गया है। बांध के 32 फाटक उठाकर इसे पासआउट कराया जा रहा है। सहरसा में दूसरे दिन कोसी का जलस्तर घटने का आकलन है। बुधवार को पूर्णिया जिला के ढ़ेंगराघाट और कटिहार के झावा में महानंदा के जलस्तर में कमी का पूर्वाकलन है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, मुजफ्फरपुर जिला के रेवाघाट में गंडक का जलस्तर मंगलवार की सुबह खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर नीचे थे। उसमें बुधवार को 27 सेंटीमीटर वृद्धि की संभावना है।
गोपालगंज जिला के डुमरियाघाट में गंडक का जलस्तर खतरे के निशान से 116 सेंटीमीटर ऊपर था, जो बुधवार तक 18 सेंटीमीटर कम हो सकता है। बुधवार को इसमें 105 सेमी की वृद्धि का सिलसिला जारी रहा। मधेपुरा कोसी का जलस्तर बढ़ने से चौर के फुलौत, आलमनगर के रतवार मुरौत, अमनी गांवों में बाढ़ का खत बरकरार है। बिहार में कुछ स्थानों को छोड़कर अधिसंख्य जगहों पर नदियों के जलस्तर में गिरावट हुई है। अभी गंडक, बागमती, कोसी और महानंदा के जलस्तर में उतार- चढ़ाव का क्रम जारी है। खगड़िया जिला के बलतारा में कोसी का जलस्तर मंगलवार को लाल निशान से 81 सेंटीमीटर ऊपर रहा। इसमें अभी कमी की संभावना नहीं है। किशनगंज जिला के तैयबपुर में महानंदा का जलस्तर खतरे के निशान से 85 सेमी नीचे था।