नैसर्गिक्त वादियों में बसे ककोलत जलप्रपात में एक बार फिर से गुरुवार को सैलाब आया। अचानक से जलप्रपात का वेग काफी तेज हो गया और देखते ही देखते सैलाब में बदल गया। कुंड का जलस्तर करीब 5- 6 फुट ऊपर आ गया। इस बीच सैलाब की गर्जना सुनकर वहां काम कर रहे कर्मी नीचे भाग आये।
इस दौरान वहां निर्माण के लिए रखी गयी कई सामग्री सैलाब में बह गयी। वन विभाग के मुताबिक उस वक्त कुंड परिसर के बाहर टाईल्स आदि का निर्माण कार्य चल रहा था। निर्माण के लिए वहां रखी गयी टाईल्स, बालू, सीमेंट, पत्थर, पट्टियों आदि को सैलाब बहा ले गया। बताया जाता है कि बुधवार की रात व गुरुवार की सुबह बारिश होने से जलप्रपात में सैलाब आया। वन विभाग के मुताबिक निर्माणाधीन संरचना को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। ककोलत सौंदर्याकरण का कार्य अंतिम चरण में है। वर्तमान में तीसरे चरण में सीढ़ियां, रेलिंग, सुरक्षा
दीवार आदि का निर्माण किया जा रहा है। इससे पूर्व दो चरणों में 14.85 करोड़ की राशि से रॉक स्टैबलाइजेशन (पहाड़ स्थिरीकरण), मुख्य द्वार का निर्माण, सैलानियों के लिए आकर्षक कुंड परिसर का निर्माण निर्माण कराया गया।