पूर्णिया: “शुक्रवार को तनिष्क के शोरूम में हुए तीन करोड़ 70 लाख के आभूषणों की लूट में शामिल गिरोह की पहचान हो चुकी है। घटना के बाद सभी बदमाशों के बंगाल की सीमा में प्रवेश करने के प्रमाण के बाद एसटीएफ व पुलिस की टीम ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। बंगाल के मालदा व उत्तर दिनाजपुर जिले में टीम ने अपनी घेराबंदी कर रखी है। • डीआइजी विकास कुमार ने बताया कि पुलिस ने अब तक पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही लूटकांड का
उद्भदन कर लिया जाएगा।
लूटकांड में संलिप्त सात में से कई बदमाशों की शिनाख्त भी पुलिस ने कर ली है और अलग-अलग टीम इन बदमाशों के हर संभावित ठिकानों पर पहुंच रही है। मुजफ्फरपुर के एक बदमाश की पहचान के बाद पुलिस की टीम वहां भी कैंप कर रही है और संबंधित बदमाश की कुंडली खंगाली जा रही है। मुजफ्फरपुर पुलिस के सहयोग से उसके स्वजन से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस की जांच व मिले साक्ष्य से यह पहले ही साफ हो
चुका है कि लूटकांड की पूरी पृष्ठभूमि
बंगाल में ही तैयार हुई है। तब रणनीति
के तहत सभी बदमाशों को लूटे गए
मुजफ्फरपुर में भी टीम कर रही कैंप, मालदा व दिनाजपुर के एसपी से भी लिया जा रहा सहयोग
पूर्णिया में बदमाशों ने आभूषण दुकान से लूट लिए थे तीन करोड़ 70 लाख के जेवरात
जेवरात के साथ बंगाल ही पहुंचना था। पुलिस ने बदमाशों के भागने के रूट का भी पता लगा लिया है। इसमें पूर्णिया में घटना को अंजाम देकर कटिहार जिले के कदवा, आजमनगर होते हुए बदमाशों के मनिहारी पहुंचने के प्रमाण पुलिस को मिले हैं। यहां से रोशना व लाभा के रास्ते बदमाशों के बंगाल की सीमा में प्रवेश की बात सामने आई है। यह ऐसा इलाका है, जहां पुलिस की सक्रियता तो रहती है, लेकिन निगाहें विशेषकर शराब सहित अन्य मादक द्रव्यों की तस्करी पर केंद्रित रहता है। एसटीएफ के एडीजी अमृत राज व पूर्णिया परिक्षेत्र के डीआइजी विकास कुमार लगातार इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बंगाल की पुलिस के सहयोग से वहां भी टीम द्वारा कई स्थानों पर छापेमारी की है, लेकिन बदमाश लगातार टीम को चकमा देने में सफल हो जा रहा है।पूर्णिया: “शुक्रवार को तनिष्क के शोरूम में हुए तीन करोड़ 70 लाख के आभूषणों की लूट में शामिल गिरोह की पहचान हो चुकी है। घटना के बाद सभी बदमाशों के बंगाल की सीमा में प्रवेश करने के प्रमाण के बाद एसटीएफ व पुलिस की टीम ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। बंगाल के मालदा व उत्तर दिनाजपुर जिले में टीम ने अपनी घेराबंदी कर रखी है। • डीआइजी विकास कुमार ने बताया कि पुलिस ने अब तक पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही लूटकांड का
उद्भदन कर लिया जाएगा।
लूटकांड में संलिप्त सात में से कई बदमाशों की शिनाख्त भी पुलिस ने कर ली है और अलग-अलग टीम इन बदमाशों के हर संभावित ठिकानों पर पहुंच रही है। मुजफ्फरपुर के एक बदमाश की पहचान के बाद पुलिस की टीम वहां भी कैंप कर रही है और संबंधित बदमाश की कुंडली खंगाली जा रही है। मुजफ्फरपुर पुलिस के सहयोग से उसके स्वजन से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस की जांच व मिले साक्ष्य से यह पहले ही साफ हो
चुका है कि लूटकांड की पूरी पृष्ठभूमि
बंगाल में ही तैयार हुई है। तब रणनीति
के तहत सभी बदमाशों को लूटे गए
मुजफ्फरपुर में भी टीम कर रही कैंप, मालदा व दिनाजपुर के एसपी से भी लिया जा रहा सहयोग
पूर्णिया में बदमाशों ने आभूषण दुकान से लूट लिए थे तीन करोड़ 70 लाख के जेवरात
जेवरात के साथ बंगाल ही पहुंचना था। पुलिस ने बदमाशों के भागने के रूट का भी पता लगा लिया है। इसमें पूर्णिया में घटना को अंजाम देकर कटिहार जिले के कदवा, आजमनगर होते हुए बदमाशों के मनिहारी पहुंचने के प्रमाण पुलिस को मिले हैं। यहां से रोशना व लाभा के रास्ते बदमाशों के बंगाल की सीमा में प्रवेश की बात सामने आई है। यह ऐसा इलाका है, जहां पुलिस की सक्रियता तो रहती है, लेकिन निगाहें विशेषकर शराब सहित अन्य मादक द्रव्यों की तस्करी पर केंद्रित रहता है। एसटीएफ के एडीजी अमृत राज व पूर्णिया परिक्षेत्र के डीआइजी विकास कुमार लगातार इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बंगाल की पुलिस के सहयोग से वहां भी टीम द्वारा कई स्थानों पर छापेमारी की है, लेकिन बदमाश लगातार टीम को चकमा देने में सफल हो जा रहा है।