
सूर्योपासना का महान व्रत चैती छठ मंगलवार को नहाय खाय के साथ शुरू होगा। शहर से ज्यादा ग्रामीण इलाकों में तैयारी है। शहर में इस बार भी छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं को सूखी फल्गु के कारण परेशानी होगी। पिछले साल की तुलना में इस बार फल्गुकी स्थिति ज्यादा खराब है। रबर डैम के पास भी पानी नहीं है।
पूरब में दूर जाकर थोड़ा पानी है भी तो वह बदबू दे रहा है। देवघाट व गजाघाट के सामने एकदम पानी नहीं है। श्मशान घाट, गजाधर घाट, देवघाट से लेकर रबर डैम के पास फल्गु नदी में बालू की जगह मिट्टी की मोटी परत है। नगर निगम की ओर से खोदे जाने वाले कुंड ही सहारा बनेंगे।
रबर डैम से दक्षिण मिट्टी की परत, उत्तर के घाटों पर बालू ही बालूदो साल पहले 2023 में चैती छठ के वक्त रबर डैम में बढ़िया पानी था। विष्णुपद से दक्षिण वाले इलाके फल्गु के देवघाट, संगत घाट, गजाधर घाट, केंदुई घाट व झारखंडी घाट पर पानी ही पानी है रहा था 1,2024 में पानी कम था। लेकिन, इस बार स्थिति खराब है। रबर डैम के उत्तरी व दक्षिणी दोनों ओर के घाट सूखे हैं।