जीएमसीएच में सोमवार दोपहर जूनियर डॉक्टरों ने रसोई चलाने वाली जीविका दीदियों को पीट दिया। इसमें 10 जीविका दीदियां व एक स्टाफ चोटिल हो गये। छह जीविका दीदियों को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। जीविका दीदियों ने जूनियर डॉक्टरों पर अभद्रता व हाथपाई करने तथा गहने मंगल सूत्र तोड़ने का आरोप लगाया है।जीविका कैंटीन के मैनेजर बजरंग ने बताया कि मारपीट में स्टाफ सिद्धार्थ कुमार को गंभीर चोटें आई हैं।
वहीं, जीविका दीदी सुनीता देवी, काजल देवी, बबली, बबीता देवी, मुन्नी खातून, अनिता देवी, चिंता देवी, सुनीता देवी समेत 10 चोटिल हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व में एकछात्र से विवाद होने पर उन्होंने फोन कर 50-60 अन्य छात्रों को बुला लिया और सभी ने मारपीट की। मारपीट के विरोध में जीविका दीदियों ने कैंटीन बंद कर दिया है। हालांकि, मरीजों की परेशानी को देखते हुए रसोई चालू रखा है। इससे मरीजों को खाना पड़ोसा जा रहा है। इसकी शिकायत डीपीएम से की गई है।कैंटीन के मैनेजर ने आरोप लगाया कि सोमवार दोपहर एक बजे जूनियरडॉक्टर जीविका दीदी की रसोई में आकर खाना खा रहे थे। उन्होंने दही और ऑमलेट का ऑर्डर दिया।
ऑर्डर तैयार होने के बाद जूनियर डॉक्टर ने दही लाने से मना कर दिया। इस पर स्टाफ सिद्धार्थ ने कहा कि एक ही बार में ऑर्डर दीजिए। बार-बार ऑर्डर देने से परेशानी होती है। इस पर जूनियर डॉक्टर ने सिद्धार्थ के लिए अपशब्द भाषा का प्रयोग किया। इसी बात को लेकर दोनों कहासुनी हो गई।नाराज जूनियर डॉक्टर ने सिद्धार्थ पर हाथ चला दिया। यह देख जीविका दीदियों ने जूनियर डॉक्टर को पकड़ लिया। वे उसे अधीक्षक के पास ले जाने का प्रयास करने लगीं। इसके बाद जूनियर डॉक्टर ने फोन कर 50-60 अन्य को बुला लिया।
