पटना में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। पिछले एक सप्ताह से डेंगू के मामले में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। रविवार को इस सीजन में अबतक के सर्वाधिक 90 डेंगू मरीज मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 28 मरीज केकड़बाग के रहनेवाले हैं। इसके बाद बांकीपुर में 23, पाटलिपुत्र में 13, अजीमाबाद में सात, नूतन राजधानी अंचल में छह और पटना सिटी अंचल में एक मरीज मिले हैं। सात मरीजों की पहचान नहीं हो पाई है। जिले में अब कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़कर 1147 हो गई है।
पटना के कंकड़बाग, अजीमाबाद के बाद अब बांकीपुर अंचल में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। बांकीपुर का लोहानीपुर, राजेंद्रनगर, बाजार समिति, मुसल्लहपुर हाट, बजरंगपुरी, श्याम मंदिर गली में बड़ी संख्या में लोग डेंगू से पीड़ित हो गए हैं। मोहल्ले के बरुण कुमार ने बताया कि इलाके के घर-घर में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। मोहल्ले में कई जगह बारिश के चार दिन बाद भी पानी जमा रह रहा है। इससे मच्छरों का प्रकोप भी अब तक राज्य में 2419 डेंगू के मरीज मिल चुके बिहार में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सुपौल में एक, रोहतास में एक, सारण में दो, नालंदा में एक, गया में एक, पूर्वी चम्पारण में दो, दरभंगा में एक, बक्सर में एक मरीज मिले हैं।
इस साल एक जनवरी से लेकर अब तक राज्य में 2419 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। इसमें सबसे अधिक पटना में 1147 मरीज मिले हैं। वहीं डेंगू से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। काफी बढ़ा गया है। लोगों से सावधानी बरतने की अपीलः पीएमसीएच के मेडिसिन विभाग के वरीय चिकित्सक डॉ. राजन कुमार, एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. अजय कुमार सिन्हा ने डेंगू प्रभावित इलाके में रहनेवाले लोगों से सावधानी बरतने की अपील की। डॉक्टरों ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से बचना जरूरी है। इसके लिए आसपास में पानी नहीं जमने दें। दिन में भी मच्छरदानी और मॉस्किटो रिप्लेंट का इस्तेमाल करने की डॉक्टरों ने सलाह दी है। उन्होंने कहा कि बुखार होने पर अपने से सिर्फ पारासिटामोल छोड़कर कोई अन्य दवा हरगिज न लें। अन्यथा यह मुसीबत का कारण बन सकता है।