लखनऊ- आगरा एक्सप्रेस वे पर नशा, तेज रास्तार और यातायात नियमों की अनदेखी के कारण फिर बड़ा हादसा हो गया। 120 किमी की रफ्तार से बिहार से दिल्ली जा रही बस बुधवार सुबह 5:15 बजे बेहटा मुजावर क्षेत्र में बाई ओर से ओवरटेक करते समय आगे चल रहे दूध के टैंकर में जा भिड़ी। दुर्घटना में एक मासूम समेत 18 लोगों की मौत हो गई। टैंकर चालक के अलावा मरने वाले सभी यात्री बिहार के रहने वाले हैं। 19 यात्री घायल हो गए, जिनमें छह की हालत नाजुक है। मरने वालों के स्वजन को दो-दो लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद दिए जाने की घोषणा की गई है।
पूर्वी चंपारण का इखलाक मंगलवार को जिले के ढाका कस्बे से 55 यात्रियों को लेकर दिल्ली लिए चला था। यात्रियों के मुताबिक रात 12 बजे गोरखपुर व बस्ती के बीच गुरुनानक बाबा पर सहचालक के साथ शराब पी। हादसे के वक्त अधिकतर यात्री नींद में थे। पुलिस ने बस की बाडी में फंसे 37 यात्रियों को निकालकर बांगरमऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जांच में बस के कोई कागजात नहीं मिले। बहस का परमिट, फिटनेस और बीमा खात्म हो चुका था। हादसे पर राष्ट्रपति श्रीपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेता गाल गांधी क अन्य ने शोक प्रकट किया। मुख्यमन्त्री नीतीश कुमार ने उन्नाव में हुई बस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। दुर्घटना में बिहार के रहने वाले मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये अनुग्रह अनुदान मुख्यमंत्री राहत कोष से ने की घोषणा की है।