कैमूर व रोहतास जिले के बीच एनएच (राष्ट्रीय राजमार्ग) दो पर शिवसागर थाना क्षेत्र के घोरघट गेट के पास गुरुवार की देर रात बाइक चुराकर भाग रहे दो बदमाश कार से पीछा कर रहे वाहन स्वामी व उनके दो भाइयों के हत्थे चढ़ गए तो दोनों ने पिस्तौल निकाल ली। उनमें से एक ने पकड़ से छूटने के लिए वाहन स्वामी को सटाकर ताबड़तोड़ तीन गोलियां मार दीं। जिससे वह वहीं गिर पड़े, यह देख साथ रहे दोनों भाई घबरा गए। दूसरे बदमाश ने उनपर फायरिंग की, लेकिन वे बाल- बाल बच गए।
बदमाशों ने कार के टायर पर गोली दाग दी और बाइक छोड़कर पैदल ही भाग निकले। इसके बाद दोनों भाई पंक्चर कार से ही वाहन स्वामी को लेकर लगभग आठ किमी दूर सदर अस्पताल, सासाराम के ट्रामा सेंटर ले गए, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। बड़ी बात यह कि वाहन मालिक व उनके दो भाई बाइक चुराकर भाग रहे बदमाशों का कार से लगभग 15 किमी पीछा करते कैमूर से रोहतास जिले में प्रवेश कर गए, परंतु एनएच पर पुलिस की पेट्रोलिंग कहीं नहीं दिखी।
वहीं बाइक चोरों का पीछा करने की सूचना मिलने के बावजूद इस 15 किमी के बीच एनएच किनारे अवस्थित कैमूर के कुदरा एवं रोहतास के चेनारी व शिवसागर थाने की पुलिस सक्रिय नहीं हुई। मृतक की पहचान कैमूर जिले के कुदरा थाना क्षेत्र के सकरी गांव में एनएच दो की सर्विस लेन के किनारे अवस्थित घर के निवासी 35 वर्षीय भानु प्रताप सिंह के रूप में हुई है। वे कैमूर सदर अस्पताल में एंबुलेंस सेवा 102 के कंट्रोल अफसर थे। कार में उनके साथ रहे छोटे भाई भास्कर प्रताप व चचेरे भाई अमन कुमार ने बताया कि भाई ने घोरघट गेट व अउआ गांव के बीच बाइक में हल्की टक्कर मार दोनों बदमाशों को गिरा दिया था। इसके बाद उन तीनों ने मिलकर दोनों बदमाशों को पकड़ लिया तो बदमाशों ने पिस्तौल निकालकर गोली मार दी।