विधानसभा चुनाव के बाद ईवीएम संग्रह के लिए बाजार समिति, तकिया परिसर में बनाए गए वज्रगृह केंद्र में बुधवार की रात खाली बक्से लदे ट्रक के प्रवेश करने पर बवाल मच गया। प्रत्याशी या उनके अभिकर्ताओं को बिना पूर्व सूचना के ट्रक अंदर ले जाने पर विभिन्न दलों के समर्थक उग्र हो गए और जिला प्रशासन पर गड़बड़ी का आरोप जड़ दिया।
दिनारा के राजद प्रत्याशी राजेश यादव, सासाराम के राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह, काराकाट की निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति सिंह, सासाराम के जनसुराज के प्रत्याशी विनय सिंह, चेनारी से जनसुराज प्रत्याशी नेहा नटराज, करगहर के कांग्रेस प्रत्याशी संतोष मिश्रा, चेनारी के कांग्रेस प्रत्याशी मंगल राम व नोखा की राजद प्रत्याशी अनीता चौधरी वज्रगृह के गेट पर धरने पर बैठ गए। डीएम उदिता सिंह व एसपी रौशन कुमार आनन फानन वहां पहुंचे और प्रत्याशियों व उनके समर्थकों को समझाने का प्रयास किया।
महागठबंधन व निर्दलीय प्रत्याशियों का आरोप था कि ईवीएम बदलने की कोशिश के लिए ट्रक को अंदर भेजा गया था। मामले को दबाने के लिए पुलिस ने उनके खिलाफ बल प्रयोग किया। एसपी ने बल प्रयोग किए जाने के आरोप का खंडन किया है। उन्होंने चेनारी विधानसभा क्षेत्र के शिवसागर डिस्पैच सेंटर से खाली बक्सा लदा हुआ ट्रक परिसर में आने की बात स्वीकार की है। कहा कि ट्रक ईवीएम रखे हुए वज्रगृह से काफी दूर था, वह तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था के पहले लेयर को ही पार किया था। डीएम ने इस मामले में चेनारी विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी एडीएम ललित रंजन को तत्काल प्रभाव से चुनाव कार्य से अलग कर दिया है।
