
पटना, भोजपुर, सिवान, गोपालगंज, सारण, गया व जहानाबाद में दो वर्षा के दौरान आकाशीय बिजली व आंधी कहर बन गई। वज्रपात व तेज आंधी के कारण जगह-जगह पेड़, दीवार, पुलिया और कर्कट गिरने से जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। इन 11 जिलों में कुल 49 लोगों की जान गई है। वहीं उत्तर बिहार और सीमांचल के इलाकों में ऐसी ही घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई। नालंदा में सर्वाधिक 22 लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
जिले के बिहारशरीफ प्रखंड के नगवां गांव में देवी स्थान की दीवार पर पीपल का विशाल वृक्ष भरभराकर गिर पड़ा, जिससे वृक्ष व दीवार के मलबे से दबकर एक ही जगह छह लोगों की मौत हो गई। जिले के इस्लामपुर में बालमत बिगहा गांव के पास पुलिया धंसने से दादी, उनके दो वर्ष का पोता और नौ माह की पोती की मलबे से दबकर मौत हो गई। मसौढ़ी में दीवार से दबकर महिला की मौत हो गई।
अरवल-पटना सीमा पर पटना के बेदौली गांव में भोजपुर में आंधी से महुली घाट-सिताबदियारा पीपा पुल टूटा मसौढ़ी में महिला की मौत गेहूं को ज्यादा नुकसान आंधी और वर्षा से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। कई जगह पेड़ धराशाई हो गए। कच्चे व खपरैल घरों को भारी नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित है। जिन किसानों की गेहूं की फसल अभी नहीं कटी है, उन्हें थोड़ी राहत हैं, लेकिन जिनकी फसल कटकर खेत में पड़ी है, उनको अधिक नुकसान हुआ है। गेहूं, मक्का, आम व लीची की फसलों को नुकसान पहुंचा है। सीएम ने चार-चार लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान देने का दिया निर्देश