
गांधी मैदान थाना क्षेत्र के पीरमुहानी स्थित आरा मिल में लगी आग 16 घंटे तक सुलगती रही। इस घटना से आसपास के इलाके में रहने वाले लोगों की सांसें अटकी रहीं। आग से दो आरा मिल में रखी करोड़ों की सामग्री जलकर स्वाहा हो गई। वहीं, इसकी चपेट में आकर कारगैरेज में रखी एक कार के अलावा गैरेज संचालक की स्कूटी औरएक बाइक जल गई। इससे आसपास के चार गोदाम व मकान को भी नुकसान हुआ। गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई। अग्निशमन कर्मियों ने दमकल की 45 गाड़ियों की मदद से सोमवार की शाम करीब 5.30 बजे आय को पूरी तरह से बुझाया। जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज कुमार नट ने चताया कि आग बुझाने में करीब 35 हजार लीटर पानी का प्रयोग किया गया। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है। यह जांच की जा रही है कि आरा मिल में आग से बचाव के इंतजाम थे या नहीं। इंतजाम नहीं पाए जाने पर मालिकों पर कार्रवाई की जाएगी।
बौछार कम होते ही दोबारा शुरू हो जा रही थी आग : आग इतनी भीषण थी कि शुरुआत में पानी डालते पर कम असर लपटें 50 मीटर ऊपर तक पहुंचीं हो रहा था। बौछार कम होते ही आग दोबारा धधकनी शुरू हो जा रही थी। सोमवार दोपहर तक आग पर आंशिक रूप से काबू पाया गया था। लेकिन नीचे पीरमुहानी में उमा सिनेमा के पीछे स्थित विश्वकर्मा टिंबर नाम के आरा मिल में रविवार की आधी रात करीब 1.30 बजे आग लगी थी। बाद में इसने बगल में स्थित बैजू टिंबर और दिलीप मारुति मोटर गैराज को भी चपेट में ले लिया।
लकड़ी और ज्वलनशील पदार्थ के सपके में आने से आग तेजी से भभकी। थोड़ी देर में आग की लपटें करीब 50 मीटर ऊपर तक पहुंच गई। तेज हवा के कारण लपटों ने विकराल रूप से ले लिया था। आग लगते ही आसपास के लोग डर र से से घरों घरों से बाहर आ गए। लोदीपुर के अलावा कंकड़बागड पटना सिटी, सचिवालय और दानापुर अग्नि विभाग से दमकल गाड़ियां भेजी गई। की लकड़ी में लगी आग दोबारा सुलगने लगती थी। अग्निशमन विभाग की टीम रविवार को भी पूरे दिन आग बुझाने में जुटी रही। शाम 5.30 बजे के बाद आग पर पूरी तरह से काबू में किया गया। बै टिंबर के मालिक रामाशीष शर्मा ने बता कि वे रविवार आठ बजे मिल से घर थे। आधी रात में आग की सूचना मिली।