
देवघर से करीबन 25 किलोमीटर दूर मोहनपुर के जमुनिया मोड़ पर सुबह करीबन साढ़े पांच बजे बस चालक को झपकी आ जाने के कारण विपरीत दिशा से आ रहे इंडेन एनपीजी सिंलेडर लदे ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि चसके परखच्चे उड़ गए। चालक सीट समेत गराड़ी से बाहर सड़क परगिर गया, जिससे बटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। वहीं बिना चालक के बस कीबन 100 मीटर तक बनती रात्री और सड़क किनारे रखी इंट से जा टकरlयो। हादसे में घनरुआ थाना क्षेत्र के असरगंज गांव के दंपती की मौत हो गई। देवकी प्रसाद (61) और उनकी अन्नामद देवी (55) कोचर यात्रा पर थे और बासुकीनाथ जा रहे थे। देवकीने मन्नत मानी थी कि वह पांच बार देवधर जाल यह उनकी पांचों और ऑतम यात्रा थी। कौन जानता था कि यह यात्रा उनके जीवन की आखिरी यात्रा बन जाएगी।
पहले समदा देवी की मौत की खबर आई, फिर मंगलवार की सुबह देवकी प्रसाद की भी मौत की सूचना मिली। वह गंभीर रूप से जख्मी थे और अस्पताल में भर्ती थे। एक साथ प्रति-नाली की मौत की खबर मिलते ही असराफराजगांव में चीख-पुकार मच गई। देवकी प्रसाद होमगार्ड में थे और 2023 में सेवानिवृत्त हुए थे। उनके दो पुत्र और चार पुत्रियां है। दो बेटियों की शादी हो चुकी है। छोटा पुत्र अजीत (16 वर्ष) भीडस तीर्थ यात्रा में उनके साथ था, जो हादसे में गंभीर रूप से जख्मी है।
पुत्र रत्न की प्राप्ति की कामना लेकर देवधर गई थी सुमन परेया (गया जी)। परैया प्रखंड के सोलरा गांव की रहने वाली सुमन कुमारी की भीत देवघर में सड़क दुर्घटना में हो गई। वह अपने पति सुनील कुमार दास के साथ गुरुवार को पुत्र रत्न की प्राप्ति की कामना लेकर देवधर जल चढ़ाने गई थी। मंगलवार की अहले सुबह बस से पति-पत्नी बासुकीनाथ जा रहे थे। सुमन की मौक घर ही दर्दनाक मौत हो गई और सुनील कुमार दास गंभीर रूप से घायल हो गए।