October 21, 2025

जेन-जी आंदोलन के दौरान काठमांडू स्थित सेंट्रल जेल से भागे पांच विदेशी नागरिकों को पूर्वी चंपारण जिले की पुलिस ने शनिवार की रात घोड़ासहन से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में सूडान के मोहम्मद कलाम महगोम (37), मोहम्मद अहमद डफाला शराफदीन (30), उस्मान ऐब्ड उर्फ मोहम्मद इब्राहिम (30), मोहम्मद इब्राहिम (31) और बोलीविया के मिगुएल सोलोनो चावेज (32) शामिल हैं। पुलिस की पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि मोहम्मद कलाम और मिगुएल ने नेपाल में जेन-जी आंदोलन के दौरान काठमांडू जेल से भागने की योजना बनाई थी। अन्य तीन भी इसी जेल से फरार हुए थे। पूछताछ के दौरान उनके पास से मिले आधार कार्ड और पासपोर्ट फर्जी पाए गए हैं।

गिरफ्तार विदेशी नागरिकों से विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने घंटों पूछताछ की। इस प्रक्रिया में बिहार पुलिस, सशस्त्र सीमा बल और इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम शामिल थी। पूछताछ के दौरान मिली जानकारियों को गोपनीय रखा गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। सिकरहना के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी उदय शंकर ने बताया कि सभी संदिग्धों के घोड़ासहन बस स्टैंड पहुंचने की पुख्ता जानकारी मिली थी। इसके बाद एसपी और एसएसबी की टीम ने छापेमारी की, जिसमें चार सूडानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक बोलीविया का नागरिक बाजार से पकड़ा गया। गिरफ्तार लोगों के पास से पांच स्मार्ट फोन, एक की पैड, एक नेपाली सिमकार्ड, दो डायरी, दो धार्मिक पुस्तकें, एक कैसियो कंपनी की कलाई घड़ी, 30,460 भारतीय रुपये और ब्राजील की करेंसी भी जब्त की गई है।

पुलिस इन इलेक्ट्रानिक डिवाइसों की तकनीकी जांच कर रही है। जेन-जी आंदोलन के दौरान नेपाल से फरार कैदियों में से 36 धराए आंदोलन के दौरान जेल ब्रेक में करीब 14000 कैदी फरार हो गए थे। इनमें कई भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गए। इनमें से 34 कैदी उत्तर बिहार की विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं, किशनगंज में एक महिला समेत दो कैदियों को पकड़ा गया। इनके अलावा एक नाबालिग भी पकड़ा गया।

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