
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनआरआई कोटा मेडिकल प्रवेश घोटाले के सिलसिले में कोलकाता के केस्तोपुर, काकद्वीप और पूर्वी मिदनापुर सहित छह स्थानों पर एक साथ छापे मारे। जांचकर्ता गैर-निवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए मेडिकल सीटें सुरक्षित करने के लिए नकली प्रमाणपत्रों के इस्तेमाल के आरोपों की जांच कर रहे हैं। अधिकारी कई छात्रों से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं, जिन पर धोखाधड़ी के माध्यम से प्रवेश पाने का संदेह है।
जांच के तहत प्रमुख स्थानों में से एक पूर्वी मिदनापुर के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर डॉ. सुभाशीष चक्रवर्ती का केस्तोपुर निवास है। ईडी के अधिकारी उनकी बेटी के मेडिकल प्रवेश से संबंधित प्रमाणपत्रों की जांच कर रहे हैं। वे यह निर्धारित करने के लिए वित्तीय लेनदेन की भी जांच कर रहे हैं कि इन फर्जी दस्तावेजों के लिए कथित तौर पर कितनी रकम का भुगतान किया गया था। जांच का विस्तार करने और आगे के सबूत जुटाने के लिए अधिकारी पूर्वी मिदनापुर पहुंच गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, रैकेट में कथित संलिप्तता के लिए कई डॉक्टर, छात्र और बिचौलिए जांच के दायरे में हैं। अधिकारियों को संदेह है कि एनआरआई कोटा प्रवेश में हेराफेरी करने के लिए विभिन्न मेडिकल संस्थानों में जाली प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल किया गया था। ईडी घोटाले के पीछे के नेटवर्क का पता लगाने के लिए डिजिटल रिकॉर्ड, बैंक लेनदेन और संचार लॉग का विश्लेषण कर रहा है। जांच आगे बढ़ने पर और अधिक तलाशी और कानूनी कार्रवाई की उम्मीद है।