मगध महिला कॉलेज के महिमा हॉस्टल में रहने वाली छात्रा 20 वर्षीया रहमा परवीन की रविवार की सुबह तबीयत बिगड़ने से इलाज के दौरान मौत हो गयी। साइकोलॉजी डिपार्टमेंट की छात्रा रहमा मूल रूप से बाढ़ के बाजिदपुर स्थित वार्ड नंबर 3 के रहने वाले अली सफदर की बड़ी बेटी थी। दो बहनों में बड़ी रहमा पिछले तीन साल से महिला कॉलेज में रहकर साइकोलॉजी की पढ़ाई कर रही थी। रविवार की सुबह पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में छात्रा को भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने नाजुक हालत देख तुरंत ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के कुछ ही समय बाद मौत हो गयी। इस दौरान मृतक छात्रा के पिता के साथ कई लोग मौजूद थे। परिवार वाले छात्रा के लाव को लेकर घर चले गये।
अचानक फूलने लगा पेट, होने लगा तेज दर्द हॉस्टल में रहने वाली छात्रा व काउंसेलर सरगम ने बताया कि रहमा की तबीयत शनिवार की दोपहर को ही खराब हो गयी थी। उस दौरान रहमा के पिता पटना में ही थे। पिता ने रहमा से कहा था कि अगर तबीयत खराब है तो घर चलो, लेकिन उसने मामूली सा दर्द बता जाने से मना कर दिया। बाद में उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गयी. हॉस्टल की वार्डेन समेत अन्य छात्रा जब रहमा से पूछा तो उसने किसी को भी कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। हॉस्टल की छात्राओं ने दर्द कम करने के लिए उसे दवा भी दी, लेकिन इसके बावजूद उसका दर्द कम नहीं हुआ। पेट लगातार फूलता जा रहा था।
बाद में कॉलेज प्रशासन व छात्रों ने उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया। वहां पर डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने की बात कही. इसके बाद परिजनों ने पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। सुबह में छात्रा का ऑपरेशन हुआ. इसके कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गयी।पढ़ाई में काफी टैलेंटेड थी रहमा छात्राओं ने बताया कि रहमा पढ़ाई में काफी टैलेंटेड थी। तबीयत हमेशा खराब रहती थी, जिसकी वजह से वह मेडिकल लीव पर घर जाती थी। उसका इलाज भी चल रहा था। अचानक से उसकी तबीयत कैसे बिगड़ी यह किसी को पता नहीं चल पाया है। इस संबंध में मगध महिला के कॉलेज की प्राचार्या को कई बार कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
